बंगाल में शराब की दुकानों को खोलने की सशर्त मिली इजाजत, पुराने मार्केट के कर्मचारियों पर गहरा सकता है संकट

कोलकाताः बंगाल सरकार ने ग्रीन ऑरेंज और रेड जोन में सोमवार से शराब की एकल दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी लेकिन कंटेनमेंट जोन में ऐसी अनुमति नहीं दी।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Mon, 04 May 2020 08:01 PM (IST) Updated:Mon, 04 May 2020 08:01 PM (IST)
बंगाल में शराब की दुकानों को खोलने की सशर्त मिली इजाजत,  पुराने मार्केट के कर्मचारियों पर गहरा सकता है संकट
बंगाल में शराब की दुकानों को खोलने की सशर्त मिली इजाजत, पुराने मार्केट के कर्मचारियों पर गहरा सकता है संकट

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल सरकार ने ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में सोमवार से शराब की एकल दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी, लेकिन कंटेनमेंट जोन में ऐसी अनुमति नहीं दी। इस संबंध में सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार विदेशी, आइएमएफएल और देशी शराब बेचने वाली ‘ऑफ’ श्रेणी वाली दुकानें ही खुलेंगी लेकिन ‘ऑन’ श्रेणी वाली दुकानें बंद रहेंगी। सरकार ने शॉपिंग परिसरों में स्थित दुकानों को भी खुलने की इजाजत नहीं दी है। बीयर पब, क्लब, रेस्तरां सह बार, होटल रेस्तरां सह बार भी बंद रहेंगे।

पहले सरकारी दिशा-निर्देश में दुकानों को पूर्वाह्न दस बजे से शाम छह बजे तक खोलने की इजाजत दी गयी थी लेकिन अब उसका समय दोपहर 12 से शाम सात बजे तक कर दिया गया है। दिशा-निर्देश के अनुसार मास्क पहनकर आने वालों को ही शराब मिलेगी और वो भी उन्हें एक दूसरे से दूरी बनाकर रखनी होगी। कतार में दो व्यक्तियों के बीच छह फुट की दूरी होनी चाहिए। एक वक्त पर दुकान पर पांच से अधिक ग्राहक नहीं होनी चाहिए। कोलकाता और उसके आस-पास शराब की दुकानों पर लाइनें नजर आयीं। हाजरा इलाके में तो लाठीचार्ज तक करना पड़ा। बताते चलें कि आबकारी विभाग की ओर से इस संबंध में सोमवार को निर्देश जारी किया गया है। वहीं बंगाल सरकार पहले ही शराब पर 30 फीसद अतिरिक्त बिक्री कर बढ़ा दिया है। उसी बढ़ी हुई कीमत पर शराब बेची जाएगी।

कोलकाता के पुराने मार्केट के कर्मचारियों पर गहरा सकता है संकट 

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना वायरस की महामारी के कारण पूरा देश लॉकडाउन से गुजर रहा है। हालांकि सोमवार से इसमें थोड़ी राहत मिलने की संभावना है, लेकिन बड़े – बड़े कॉम्प्लेक्स, मार्केट, मॉल आदि फिलहाल बंद ही रहेंगे। ऐसे में उन व्यवसायियों के लिए यह भारी संकट का समय है जिनकी दुकानें विंडो शॉपिंग के लिए प्रख्यात और महानगर के पुराने मार्केट में है। कोलकाता के  सभी पुराने मार्केट लॉकडाउन के समय से पूरी तरह बंद हैं। ऐसे में अब यहां के व्यवसायियों के लिए अपने कर्मचारियों को वेतन देना ही सबसे बड़ा संकट बन गया है। कई व्यवसायियों का यह भी कहना है कि वेतन तो दूर की बात है, लॉकडाउन खुलने के बाद पुनः पहले की संख्या में ही कर्मचारियों को काम पर रखना संभव होगा की नहीं, अभी यह भी अ​निश्चित है।

दुर्गा पूजा तक भी स्थितियां सामान्य होंगी या नहीं, अनिश्चित

मार्केट के व्यवसायियों ने कहा, ‘पिछले 40 दिनों से दुकानें बंद हैं। पोयला वैशाख पर चैत्र सेल तो पूरा डूब ही गया। दुर्गा पूजा तक भी स्थितियां सामान्य हो पायेंगी या नहीं, यह भी अनिश्चित है।​ अब हालत ऐसी हो गयी है कि पैसे तक नहीं है। कर्मचारी अपना वेतन मांग रहे हैं, लेकिन उन्हें रुपये कहां से दें। किसी – किसी दुकान में 5-6 स्टाफ हैं, लेकिन लॉकडाउन हटने के बाद सभी कर्मचारियों को पुनः काम पर रखना मुश्किल हो जाएगा।’

स्थिति स्वाभाविक होने में लग सकते हैं 3-4 महीने

नॉर्थ कोलकाता रिटेल डीलर्स एसोसिएशन के सचिव संपद कुमार साहा ने कहा, ‘अभी स्थितियों को देखकर तो ऐसा लगता है कि कम से कम 3-4 महीने स्वाभाविक होने में लगेंगे। इसके बाद ही कर्मचारियों को लेकर भी कुछ सोचा जा सकता है। सबसे बड़ी समस्या है कि जो स्टाफ किसी तरह गुजारा कर रहे हैं, उन्हें वेतन कैसे दिया जाएगा। इन सब हालातों पर काबू पाने में न जाने कितना समय लगेगा।’

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