West Bengal: टीएमसी नेता छत्रधर महतो को एनआइए हिरासत में भेजा

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने तृणमूल कांग्रेस के नेता छत्रधर महतो को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून के तहत साल 2009 के राजधानी एक्सप्रेस हाईजैक के मामले में शनिवार देर रात को गिरफ्तार कर लिया। महतो को एनआइए की हिरासत में भेजा गया है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Sun, 28 Mar 2021 10:46 AM (IST) Updated:Sun, 28 Mar 2021 07:10 PM (IST)
West Bengal: टीएमसी नेता छत्रधर महतो को एनआइए हिरासत में भेजा
टीएमसी नेता छत्रधर महतो को एनआइए ने किया गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल चुनाव के दौरान ममता बनर्जी को एक और झटका लगा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने तृणमूल कांग्रेस के नेता छत्रधर महतो को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत साल 2009 के राजधानी एक्सप्रेस हाईजैक के मामले में शनिवार देर रात को गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी रविवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। माओवादी समर्थित पीपल्स अगेन्स्ट पुलिस एट्रोसिटीज (पीसीपीए) के पूर्व संयोजक महतो को 40-45 सदस्यों वाले एनआइए दल ने झाड़ग्राम के लालगढ़ स्थित स्थित उनके आवास से रात तीन बजे गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के दौरान काफी धक्का-मुक्की हुई, जिसमें एक कांस्टेबल जख्मी भी हो गया। रविवार को उसे कोलकाता में एनआइए की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे दो दिन की हिरासत में भेज दिया। हालांकि एनआइए ने 14 दिन की हिरासत मांगी थी। महतो के वकील ने अपने मुवक्किल पर शारीरिक अत्याचार की भी बात कही है। पिछले साल छत्रधर महतो ने माओवादी संगठन पीसीपीए छो़ड़कर तृणमूल कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया था।

दस साल तक जेल में रहे

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआइए को भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस अपहरण मामले की जांच करने का आदेश दिया था। 2009 में इस ट्रेन का अपहरण हुआ था और इसका आरोप पीसीएपीए पर लगाया गया था। 2009 में गिरफ्तारी के बाद आरोपियों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। मई 2015 में मेदिनीपुर जिला अदालत ने महतो को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। छत्रधर महतो पिछले साल फरवरी में ही जेल से छूटे हैं। दस साल तक वो जेल में रहे। जेल से छूटने के बाद टीएमसी ने महतो को जिला समिति में शामिल कर लिया था। छत्रधर महतो 2009 में माकपा नेता प्रबीर महतो की हुई हत्या के मामले में भी आरोपित हैं।

एनआइए के बार-बार समन के बाद भी नहीं हुए थे पेश

एनआइए ने 16, 18 और 22 मार्च को छत्रधर महतो को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए समन भेजा था। लेकिन वह बीमारी का कारण दिखा कर पेश नहीं हुए। इसके बाद एनआइए ने हाई कोर्ट का रूख किया। तब कोर्ट ने गिरफ्तारी का आदेश दिया।

आदिवासी चेहरे के रूप में है पहचान

छत्रधर महतो की पहचान आदिवासी चेहरे के रूप में है। विधानसभा चुनाव में महतो टीएमसी के लिए लगातार प्रचार कर रहे हैं। वह ममता बनर्जी के कोर स्टेट कमेटी में सदस्य भी हैं। आदिवासी इलाकों में छात्रधर महतो की इतनी अच्छी पकड़ है कि 2016 विधानसभा चुनाव के दौरान जेल में रहते हुए ही तृणमूल कांग्रेस को यहां से जीत दिला दी थी।

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