पत्नी से जान को खतरा बताने के अगले ही दिन छीन गई मेयर की जेड प्लस सुरक्षा

पत्नी से चल रही कलह के बीच कोलकाता नगर निगम के मेयर व अग्निशमन मंत्री शोभन चटर्जी की जेड प्लस सुरक्षा राज्य प्रशासन ने छीन ली।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Thu, 01 Mar 2018 12:45 PM (IST) Updated:Thu, 01 Mar 2018 03:41 PM (IST)
पत्नी से जान को खतरा बताने के अगले ही दिन छीन गई मेयर की जेड प्लस सुरक्षा
पत्नी से जान को खतरा बताने के अगले ही दिन छीन गई मेयर की जेड प्लस सुरक्षा

कोलकाता, जागरण संवाददाता। पत्नी से चल रही कलह के बीच कोलकाता नगर निगम के मेयर व अग्निशमन मंत्री शोभन चटर्जी की जेड प्लस सुरक्षा राज्य प्रशासन ने छीन ली। उन्हें मिली जेड प्लस की सुरक्षा को हटा कर अब सामान्य कर दिया गया है। अब वे साधारण सुरक्षा घेरे में चलेंगे। ना बुलेट प्रूफ गाड़ी पर चलेंगे और ना ही उनके काफिले में कोई पायलट कार उन्हें स्कॉट करेगी। अब उनकी गाड़ी के आगे और पीछे केवल दो स्कॉट गाडि़यां चलेंगी।

अचानक वीआइपी सुरक्षा हट जाने से मेयर काफी दुखी है। बुधवार जब विधानसभा सत्र में भाग लेने के लिए जा रहे थे तो देखा गया कि उनके काफिले में पॉयलट व बुलेट प्रूफ कार नहीं है। बताते चलें कि मेयर व मंत्री शोभन चटर्जी नारद स्टिंग कांड भी में फंसे हुए हैं।

वर्ष 2016 के दिसंबर में शोभन चटर्जी को ममता बनर्जी सरकार ने जेड प्लस सुरक्षा उपलब्ध कराई थी। परंतु करीब तेरह माह बाद अचानक उनकी सुरक्षा क्यों घटाई गई इसे लेकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। उनसे जब इस बाबत प्रतिक्रिया पूछी गई तो वह उनके आंख भर आए। उन्होंने कहा कि मुझे क्यों जेड प्लस सुरक्षा दी गई और क्यों उसे हटा ली गई यह मुझे पता नहीं है।

उल्लेखनीय है कि इसी सप्ताह मेयर ने पर्णश्री थाने में अपनी पत्नी रत्ना चटर्जी और उनकी सहेली के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने की दो शिकायतें दर्ज कराई है।

उन्होंने आरोप लगाया है कि पत्नी की मदद से उनकी सहेली आपराधिक मंसूबे से उनके घर में जबरदस्ती आती हैं और रोकने पर जाने से मारने की धमकी देती रही हैं। इसके इतर मेयर के रूप में कई कार्य उनके जिम्मे अलग से है। उसपर से सुरक्षा में कटौती ने मेयर को नए सिरे से मुश्किल में डाल दिया है। इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, 'अभी मेरी जो हालत है, वह किसी दुश्मन की भी ना हो।' दरअसल मेयर की सुरक्षा की जिम्मेवारी राज्य गृह विभाग पर है जो सीधे तौर पर तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के हाथ है। ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम के निर्देश पर ही मेयर की सुरक्षा घटाई गई है।

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