Kolkata News: गंगासागर मेले के लिए एनडीआरएफ ने तैनात की पांच टीमें, जवानों ने संभाला मोर्चा

Kolkata News बंगाल के गंगासागर में पवित्र स्नान के लिए देशभर से तीर्थयात्रियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी के साथ वहां जुटने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम में लगी एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Wed, 11 Jan 2023 12:23 PM (IST) Updated:Wed, 11 Jan 2023 12:23 PM (IST)
Kolkata News: गंगासागर मेले के लिए एनडीआरएफ ने तैनात की पांच टीमें, जवानों ने संभाला मोर्चा
गंगासागर मेले के लिए एनडीआरएफ ने तैनात की पांच टीमें

कोलकाता, जागरण संवाददाता। बंगाल के गंगासागर में पवित्र स्नान के लिए देशभर से तीर्थयात्रियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी के साथ वहां जुटने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम में लगी एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं। गंगासागर मेले के दौरान सागरद्वीप के विशाल जल क्षेत्र में किसी भी तरह की आपदा या संकट की स्थिति में लोगों की मदद व बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों ने भी वहां मोर्चा संभाल लिया है।

लोगों की मदद के लिए जवानों ने संभाला मोर्चा

बंगाल में तैनात एनडीआरएफ की दूसरी वाहिनी, कोलकाता के कमांडेंट गुरमिंदर सिंह ने बताया कि गंगासागर मेला क्षेत्र व सागर तट से लेकर रास्ते में विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर उनके प्रशिक्षित जवानों की पांच टीमों को सात जनवरी से ही तैनात कर दिया गया है। ये टीमें 17 जनवरी को मेले की समाप्ति तक तैनात रहेगी। राज्य सरकार के अनुरोध पर हर साल गंगासागर मेले के दौरान एनडीआरएफ की बचाव टीमें वहां तैनात की जाती है।

स्पीड बोट से लेकर सभी आधुनिक उपकरण के साथ मौजूद है टीम

कमांडेंट ने बताया कि टीम के पास बचाव कार्य में लगने वाले सभी आधुनिक उपकरण के साथ स्पीड बोट, लाइफ सेविंग किट्स आदि उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि गंगासागर जाने के रास्ते में इस पार लाट नंबर आठ व नामखाना के अलावा उस पार कचूबेडिय़ा व चेमागुड़ी- बेनुबन सहित सागर मेला क्षेत्र में स्पीड बोटों व लाइफ सेविंग किट्स के साथ अलग-अलग टीम मौजूद हैं।

एनडीआरएफ टीमों के कार्य की निगरानी खुद कमांडेंट सिंह और बल के द्वितीय कमान अधिकारी विश्वनाथ पाराशर कर रहे हैं।

किसी भी स्थिति से निपटने में एनडीआरएफ जवान सक्षम

कमांडेंट ने बताया कि एनडीआरएफ के जवान किसी भी तरह की फ्लड प्राब्लम अथवा जल क्षेत्र में होने वाली किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने में पूरी तरह से सक्षम हैं और कुछ ही सेकेंड में मौके पर पहुंच जाएंगे, क्योंकि उनकी तैनाती जरूरतवाली जगहों पर की गई है। एनडीआरएफ की एक टीम में 20 से 30 जवान होते हैं, जिसमें गोताखोर भी हैं। सिंह ने बताया कि गंगासागर के इस पार लाट नंबर आठ पर उनके 20 जवान जबकि नामखाना में 21 जवान चार- चार बोट व लाइफ सेविंग सामानों के साथ तैनात हैं। इन लोगों के दायरे में सागरद्वीप के इस पार का इलाका है।

सागर मेला क्षेत्र में हैं सबसे ज्यादा जवान तैनात

इसी तरह नदी के उस पार गंगासागर मेला क्षेत्र में सबसे ज्यादा 29 जवान पांच स्पीड बोटों और लाइफ सेविंग किट्स आदि के साथ तैनात हैं। इसके अलावा चेमागुड़ी- बेनुबन में चार बोट व लाइफ सेविंग सामानों के साथ 21 जवान एवं कचूबेडिय़ा में तीन बोट व लाइफ सेविंग सामानों के साथ 21 जवान तैनात हैं।

बता दें कि कोलकाता से 130 किलोमीटर दूर दक्षिण 24 परगना जिले में गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगमस्थल पर स्थित सागरद्वीप में हर साल मकर संक्रांति पर लगने वाले वार्षिक गंगासागर मेला में देशभर से लाखों तीर्थयात्रियों की भीड़ जुटती है।

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