अस्पताल में भर्ती नहीं लेने के चलते कोरोना पीड़िता महिला की मौत का हेल्थ कमि‍शन ने लिया संज्ञान

राजधानी कोलकाता के एक निजी अस्पताल द्वारा कोरोना से संक्रमित एक 60 वर्षीय महिला को पैसे के चलते भर्ती नहीं किए जाने के कारण एंबुलेंस में ही मंगलवार को मौत हो गई थी।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 09:33 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 09:33 PM (IST)
अस्पताल में भर्ती नहीं लेने के चलते कोरोना पीड़िता महिला की मौत का हेल्थ कमि‍शन ने लिया संज्ञान
अस्पताल में भर्ती नहीं लेने के चलते कोरोना पीड़िता महिला की मौत का हेल्थ कमि‍शन ने लिया संज्ञान

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : राजधानी कोलकाता के एक निजी अस्पताल द्वारा कोरोना से संक्रमित एक 60 वर्षीय महिला को पैसे के चलते भर्ती नहीं किए जाने के कारण एंबुलेंस में ही मंगलवार को मौत हो गई थी। इस मामले में अब वेस्ट बंगाल क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट रेगुलेटरी कमीशन ने स्वत: संज्ञान लिया है। कमि‍शन ने इस अमानवीय घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन से उसकी प्रतिक्रिया मांगी है। यह पहली बार है जब कमीशन किसी मामले को लेकर खुद पहल की है। 

कमि‍शन के चेयरमैन जस्टिस असीम कुमार बनर्जी (रिटायर्ड) ने कहा कि उन्हें विभिन्न समाचार पत्रों एवं टीवी चैनलों के माध्यम से इस घटना की जानकारी मिली है। ऐसे में उन्होंने बुधवार सुबह ही अपने दफ्तर को संबंधित अस्पताल की प्रतिक्रिया मंगवाने का निर्देश दिया। अब इस मामले में 19 अगस्त को कमि‍शन में सुनवायी हो सकती है। इस घटना को लेकर कमीशन के चेयरमैन ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि पूरे गंभीरता के साथ मामले की सुनवायी की जायेगी। 

उल्लेखनीय है कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के तमलुक की रहने वाली कोरोना पीड़ित वृद्धा की निजी अस्पताल के परिसर में एंबुलेंस में इंतजार करते-करते मौत हो गई थी। यह घटना मंगलवार तड़के घटी। परिजनों का आरोप है कि केवल 20 हजार रुपये के लिए रोगी को भर्ती नहीं लिया गया। अस्पताल के कर्मचारियों ने मरीज को भर्ती लिये जाने से पहले परिजनों से अग्रिम शुल्क के तौर पर तीन लाख रुपये की मांग की थी। परिजनों का दावा है कि उन्होंने दो लाख 80 हजार रुपये जमा भी दे दिए थे। केवल 20 हजार रुपया नहीं जमा कराये जाने के कारण मरीज को अस्पताल प्रबंधन ने भर्ती लेने से इनकार कर दिया। जिससे कारण कोरोना संक्रमित वृद्धा की मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतका के बेटे ने अस्पताल में हंगामा भी मचाया। 

वहीं अस्पताल प्रबंधन के इस अमानवीय रवैए को लेकर चौतरफा आलोचना हो रही है। इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ थाने में शिकायत भी दर्ज करायी गयी है।

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