मुख्य सचिव के दिल्ली तबादले पर भड़कीं ममता, राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से उठाया कदम बताया

Mamata Banerjee press confrence मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के दिल्ली तबादले को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से उठाया गया कदम करार देते हुए केंद्र सरकार से इसे अविलंब वापस लेने की मांग की है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 29 May 2021 05:03 PM (IST) Updated:Sat, 29 May 2021 05:06 PM (IST)
मुख्य सचिव के दिल्ली तबादले पर भड़कीं ममता, राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से उठाया कदम बताया
ममता ने कहा- राज्य सरकार से सलाह-मशविरा किए बिना ही उठाया गया कदम

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के दिल्ली तबादले को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से उठाया गया कदम करार देते हुए केंद्र सरकार से इसे अविलंब वापस लेने की मांग की है। शनिवार को राज्य सचिवालय नवान्न में मीडिया से मुखातिब हुईं ममता ने कहा-'केंद्र सरकार न सिर्फ मुझे बल्कि मेरे सचिवालय को भी परेशान करने की कोशिश कर रही है। उसकी मुझसे नाराजगी हो सकती है लेकिन मेरे अधिकारियों का इस तरह से अपमान न करें। गत 24 तारीख को बतौर मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय का कार्यकाल बढ़ाने का आवेदन मंजूर किया गया था और अब अचानक राज्य सरकार से सलाह-मशविरा किए बिना यह कदम उठाया गया है।'

मुख्यमंत्री ने आगे कहा-'इस मामले में राजनीतिक संघर्ष में न जाकर संवैधानिक तरीके से समाधान निकाला जाए। मुख्य सचिव को कोरोना महामारी के समय बंगाल में काम करने दिया जाए।'

यह पूछे जाने पर कि क्या इस मुद्दे पर राज्य सरकार अदालत का रूख करेगी, इसपर ममता ने कहा-'केंद्र सरकार पहले ही इसे लेकर अदालत में कैवियेट दाखिल कर चुकी है। हम इस समय केंद्र से तबादले का फैसला वापस लेने की अपील कर रहे हैं। आगे हालात के मुताबिक कदम उठाएंगे।'

नवान्न सूत्रों ने बताया कि ममता सरकार की ओर से अलापन बंद्योपाध्याय को रिलीज करने की संभावना कम ही है। इससे पहले भी केंद्र सरकार ने बंगाल के तीन आइपीएस अफसरों का दिल्ली तबादला किया था, लेकिन ममता सरकार ने उन्हें रिलीज नहीं किया था।

ममता ने यह भी आरोप लगाया कि अलापन बंद्योपाध्याय के बंगाली होने के कारण यह कदम उठाया गया है।

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