पुलिस हिरासत में व्यापारी की मौत पर बवाल

-घटना के विरोध में थाने के बाहर प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की तृणमूल समर्थको

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Feb 2020 09:34 AM (IST) Updated:Wed, 12 Feb 2020 09:34 AM (IST)
पुलिस हिरासत में व्यापारी की मौत पर बवाल
पुलिस हिरासत में व्यापारी की मौत पर बवाल

-घटना के विरोध में थाने के बाहर प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की तृणमूल समर्थकों से मारपीट, वाहनों में तोड़फोड़

-चोरी का सामान खरीदने के आरोप में पूछताछ के लिए व्यापारी को ले गई थी पुलिस

जागरण संवाददाता, कोलकाता : चोरी का सामान खरीदने के आरोप में पूछताछ के लिए ले गए व्यापारी की थाने में मौत हो गई। इससे गुस्साए मृतक के स्वजनों ने थाने में घुसकर जमकर हंगामा काटा। घटना के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसी बीच वहां पहुंचे तृणमूल समर्थकों के साथ भाजपाइयों की भिड़ंत हो गई। दोनों पक्षों में मारपीट के साथ ही वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। एस सब इंस्पेक्टर पर पूछताछ के दौरान व्यापारी के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। उधर, पुलिस मुख्यालय ने हिरासत में मौत की घटना से इन्कार किया है।

सूत्रों के अनुसार उत्तर कोलकाता के सिंथि थाना अंतर्गत पाइकपाड़ा इलाके में स्थित एक आवासीय इमारत से पीतल की पानी की टोंटियां और पाइप चोरी हो गए थे। संदेह के आधार पर बीते सोमवार को इलाके के ही अनसुरा बीवी नामक एक महिला से थाने में पूछताछ की गई थी। पुलिस के अनुसार महिला ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए लिखित बयान दिया था कि चोरी के सामान को उसने चितपुर थाना क्षेत्र के आरएम रोड निवासी व्यापारी राजकुमार साव (53) को बेचा था। इसके बाद पुलिस पूछताछ के लिए व्यापारी को थाने ले आई थी। साथ में उसके दो पुत्र भी थे। व्यापारी के छोटे पुत्र विजय साव का आरोप है कि एसएन दास नामक सब इंस्पेक्टर ने नल, पाइप समेत अन्य सामान की एक सूची तैयार कर उनके हाथ में थमाकर पिता को बचाने के लिए उन्हें खरीद कर लाने को कहा था। बाजार पहुंचने पर सूची में दर्ज सामान की कीमत 1.20 लाख बताई गई। इतने रूपये नहीं होने की वजह से वे सामान को नहीं खरीद सके थे। आरोप है कि पूछताछ के दौरान उनके पिता राजकुमार को पीटा गया। साथ ही बिजली का करंट भी लगाया गया जिससे वह अचेत हो गए थे। आरजी कर अस्पताल ले जाने पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उधर, कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि व्यापारी को गिरफ्तार नहीं किया गया था। सिर्फ पूछताछ के लिए उन्हें थाने लाया गया था जिस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। उधर, व्यापारी की मौत से गुस्साए स्वजनों ने थाने में घुसकर जमकर हंगामा काटा। घटना की सूचना मिलते ही थाने पहुंचे भाजपाइयों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि इसी बीच तृणमूल कांग्रेस समर्थित बदमाशों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला बोल दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया। उधर, मृतक के परिवार ने एसआइ सौमेंद्र नाथ दास, अरिंदम दास, चिन्मय मोहंती नामक पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। घटना की जांच शुरू कर दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सटीक वजह से खुलासा हो पाएगा।

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