Bhabanipur by elections: अभिषेक बनर्जी ने ममता के लिए शुरू किया चुनाव प्रचार, हिंदी भाषियों के साथ की बैठक

बंगाल की हाई प्रोफाइल भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को चुनाव प्रचार शुरू किया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 09:44 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 09:44 PM (IST)
Bhabanipur by elections: अभिषेक बनर्जी ने ममता के लिए शुरू किया चुनाव प्रचार, हिंदी भाषियों के साथ की बैठक
अभिषेक बनर्जी ने ममता के लिए शुरू किया चुनाव प्रचार

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की हाई प्रोफाइल भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को चुनाव प्रचार शुरू किया। इस सीट से तृणमूल की ओर से ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं। अभिषेक ने शाम में सबसे पहले भवानीपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा- अर्चना की और इसके बाद चुनाव प्रचार शुरू किया।

उन्होंने पूजा- अर्चना के बाद इस विधानसभा क्षेत्र के हिंदी भाषी प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने हिंदी समुदाय के लोगों से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए समर्थन मांगा और भारी बहुमत से जिताने की अपील की। इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी भी मौजूद थे। बैठक के बाद अभिषेक ने पत्रकारों के साथ भी बातचीत की। इस दौरान भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो के तृणमूल में शामिल होने के बारे में पूछे गए सवाल पर अभिषेक ने कहा कि अभी तो यह शुरुआत है। आगे और भी बहुत कुछ होगा। उल्लेखनीय है कि शनिवार को बंगाल में भाजपा को बड़ा झटका लगा जब आसनसोल से सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।

ममता भी हिंदी भाषियों के साथ कर चुकी हैं बैठक

उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी अपना चुनाव प्रचार पहले ही शुरू कर चुकी है। गुरुवार को उन्होंने भी भवानीपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा अर्चना की थीं। इसके बाद उन्होंने हिंदी भाषी प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थीं और उनका आशीर्वाद मांगा था। बता दें कि भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में करीब 40 फीसद गैर बंगाली मतदाता हैं। इनमें बिहार, यूपी, राजस्थान, गुजरात, पंजाब व अन्य राज्यों के बड़ी संख्या में मतदाता शामिल हैं। इसको देखते हुए उन्हें साधने के लिए तृणमूल लगातार जुटी हुई है। बताते चले कि मुख्यमंत्री बने रहने के लिए ममता का उपचुनाव जीतना जरूरी है। इसीलिए तृणमूल इस सीट पर फतह करने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है।

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