बंगाल पुलिस ने पंजाब व हरियाणा से अपह्रत 18 युवकों को छुड़ाया, विदेश में नौकरी का झांसा देकर अपहरण व फिरौती का मामला

शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे को नौकरी दिलाने के नाम पर हरियाणा से कोलकाता ले जाया गया था। इसके बाद उनसे फोन पर 35 लाख रुपये और मांगे गए। इसपर हरियाणा निवासी ने बिधाननगर कमिश्नरेट से संपर्क किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Sep 2022 02:29 PM (IST) Updated:Sun, 25 Sep 2022 06:09 PM (IST)
बंगाल पुलिस ने पंजाब व हरियाणा से अपह्रत 18 युवकों को  छुड़ाया, विदेश में नौकरी का झांसा देकर अपहरण व फिरौती का मामला
बिधाननगर पुलिस ने पंजाब व हरियाणा के अपहृत 18 युवकों को छुड़ाया। सांकेतिक तस्‍वीर।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बिधाननगर इलाके में 18 युवकों को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचाते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

नेताजी सुभाष चंद्र इंटरनेशनल एयरपोर्ट पुलिस (कोलकाता एयरपोर्ट) ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की मदद से रविवार तड़के अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। उनके नाम सुरेश सिन्हा, राकेश प्रसाद सिन्हा व  धीरज दास है। बिधाननगर कमिश्नरेट के इंटेलिजेंस चीफ बिस्वजीत घोष ने कहा कि युवाओं को मूल रूप से अमेरिका में नौकरी दिलाने के नाम पर पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों से लाया गया था। इसके लिए गिरफ्तार किए गए लोगों ने इनके परिवारवालों से मोटी रकम ली थी।

आठ युवक भेजे गए  घर 

पुलिस के अनुसार ऐसे 18 नौकरी चाहने वालों को कोलकाता एयरपोर्ट इलाके में  लाया गया। वहां उन्हें दो-तीन दिन तक दो होटलों में रखा गया। उसके बाद 18 युवाओं को इको अर्बन विलेज इलाके के एक फ्लैट में ले जाया गया। उन्हें वहां 10 दिनों तक रखा गया था। उस फ्लैट से 18 युवकों को छुड़ाया गया, उनमें से आठ को छोड़ दिया गया क्योंकि वे मानसिक रूप से परेशान थे। वे विमान से घर के लिए रवाना हो गए। बाकी युवकों से पूछताछ की जा रही है।

हरियाणा के निवासी की शिकायत पर हुई कार्रवाई :

गत 16 सितंबर को हरियाणा के निवासी नरेश कुमार ने विधाननगर कमिश्नरेट के एयरपोर्ट थाने में शिकायत की कि उनका पुत्र राहुल कुमार 28 अगस्त से लापता है तथा उसका अपहरण कर लिया गया है। शिकायतकर्ता का दावा है कि अमेरिका में नौकरी दिलाने के नाम पर एक गिरोह ने उनसे 40 लाख रुपये लिए हैं। युवक बीए द्वितीय वर्ष का छात्र है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को यह भी बताया कि उनके बेटे को नौकरी दिलाने के नाम पर  हरियाणा से कोलकाता ले जाया गया था। इसके बाद उनसे फोन पर 35 लाख रुपये और मांगे गए। उसके बाद हरियाणा निवासी ने बिधाननगर कमिश्नरेट से संपर्क किया।शिकायत मिलने के बाद बिधाननगर कमिश्नरेट ने हरियाणा के युवक के मोबाइल फोन के टावर लोकेशन का पता लगाने के लिए जांच शुरू की। उसी के आधार पर अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश किया गया।आरोपितों को फ्लैट किराए पर देने के आरोप में एक डाक्टर गौड़ चंद्र विश्वास को गिरफ्तार किया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि पुलिस का अनुमान है कि कोलकाता ही नहीं पूरे देश में इस गिरोह का संजाल फैला हुआ है। पुलिस गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह से और कौन जुड़े हैं।

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