बंगाल भाजपा नेता ने की सीएए पर खतना जांच की मांग, केंद्रीय मंत्री ने भी किया बयान का समर्थन

Union Minister on CAA शांतनु ठाकुर ने बंगाल में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत राय के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की धार्मिक पहचान का पता लगाने के लिए पुरुषों के खतना परीक्षण (प्राइवेट पार्ट की जांच) का सुझाव दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Mahen Khanna Publish:Thu, 21 Mar 2024 04:21 PM (IST) Updated:Thu, 21 Mar 2024 04:21 PM (IST)
बंगाल भाजपा नेता ने की सीएए पर खतना जांच की मांग, केंद्रीय मंत्री ने भी किया बयान का समर्थन
Union Minister on CAA बंगाल भाजपा की मांग को केंद्रीय मंत्री का समर्थन।

HighLights

  • मंत्री शांतनु ठाकुर ने कहा- पूर्व राज्यपाल तथागत राय के सुझाव में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं
  • राय की टिप्पणी के खिलाफ तृणमूल सांसद दर्ज करा चुकी है प्राथमिकी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। केंद्रीय जहाजरानी राज्यमंत्री व मतुआ समुदाय के नेता शांतनु ठाकुर ने बंगाल में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत राय के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की धार्मिक पहचान का पता लगाने के लिए पुरुषों के खतना परीक्षण (प्राइवेट पार्ट की जांच) का सुझाव दिया है।

टिप्पणी सरकार के नियमों के अनुसारः ठाकुर

बनगांव से भाजपा सांसद ठाकुर ने कहा-  मैंने इंटरनेट मीडिया पर राय की पोस्ट पढ़ी है और उनकी टिप्पणी सरकार के नियमों के अनुसार है।

जैविक परीक्षण मौजूदा नियमों के अंतर्गत है। राय का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ भी आपत्तिजनक है। इससे पहले राय के इस सुझाव पर कड़ी आपत्ति जताते हुए तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य व अखिल भारतीय मतुआ महासंघ की अध्यक्ष ममताबाला ठाकुर ने मंगलवार को उनके खिलाफ मतुआ समुदाय के प्रभाव वाले क्षेत्र उत्तर 24 परगना जिले के गाईघाटा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। ममताबाला बनगांव से भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर की चाची हैं। दोनों मतुआ समुदाय के नेता हैं। 

'जैविक जांच की जा सकती है'

शांतनु ठाकुर ने कहा कि सीएए में छह गैर मुस्लिम समुदायों के शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए नियम बनाए गए हैं। अगर छह समुदायों के अलावा किसी अन्य समुदाय का कोई व्यक्ति नागरिकता लेने की कोशिश करता है, तो उसकी जैविक जांच की जा सकती है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। 

बता दें कि वरिष्ठ भाजपा नेता तथागत राय ने रविवार को एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए मांग की थी कि बांग्लादेश, पाकिस्तान व अफगानिस्तान से आए गैर मुस्लिम पुरुषों को सीएए के तहत नागरिकता देने से पहले उनका खतना परीक्षण किया जाना चाहिए।

राय का इशारा मुस्लिम समुदाय की ओर था, ताकि अवैध तरीके से भारत आए कोई मुस्लिम घुसपैठिए सीएए का लाभ न उठा सके। उनके इस पोस्ट पर सियासी बवाल मच गया। तृणमूल ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई। तृणमूल नेता कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि राय इस तरह के घटिया और अश्लील व्यंग्य के जरिए समाज में धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा दे रहे हैं।

chat bot
आपका साथी