घास काटते- काटते भारतीय सीमा में घुसा बंगलादेशी किशोर, बीएसएफ ने मानवीय आधार पर बीजीबी को सौंपा

पूछताछ में किशोर ने बांग्लादेश के कुश्तिया जिले का रहने वाला बताया। उस लड़के ने आगे बताया कि वह गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है और वह अपने मवेशियों के लिए घास काटने आया था तथा उसे नहीं पता था कि वह भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 07:42 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 07:42 PM (IST)
घास काटते- काटते भारतीय सीमा में घुसा बंगलादेशी किशोर, बीएसएफ ने मानवीय आधार पर बीजीबी को सौंपा
बांग्लादेशी किशोर को बीजीबी को सौंपते बीएसएफ अधिकारी। सौजन्य :: बीएसएफ

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : घास काटते- काटते अनजाने में एक बांग्लादेशी किशोर अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके बांग्लादेश से भारतीय सीमा में घुस आया। यहां अवैध तरीके से सीमा पार करने के आरोप में अंतररराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा में तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने उसे पकड़ लिया। हालांकि उसकी आपबीती सुनने के बाद बीएसएफ ने मामले की पड़ताल कर मानवीय आधार पर उसे बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को वापस सौंप दिया है। यह घटना बुधवार को बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के सीमावर्ती इलाके की है‌‌।

बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। इसमें बताया गया कि 19 जनवरी को मुर्शिदाबाद में बल की सीमा चौकी मधुगिरी इलाके में 141वीं बटालियन के जवानों ने अपने सीमावर्ती इलाके में दोपहर के समय संदिग्ध गतिविधि देख किशोर को हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ में 13 वर्षीय किशोर ने बांग्लादेश के कुश्तिया जिले के दौलतपुर थाना अंतर्गत मोहम्मदपुर गांव का रहने वाला बताया। उस लड़के ने आगे बताया कि वह गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है और वह अपने मवेशियों के लिए घास काटने आया था तथा उसे नहीं पता था कि वह भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया है।

उसने दावा किया कि वह अनजाने में गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गया। इसके बाद बीएसएफ ने मामले की पड़ताल कर फ्लैग मीटिंग कर सद्भावना के रूप में बांग्लादेशी लड़के को बीजीबी को सौंप दिया।इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के डीआइजी व प्रवक्ता सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि हमारे जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अवैध घुसपैठ करने वाले लोगों पर पैनी नजर बनाकर रखते हैं। बीएसएफ ने गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक किशोर के भविष्य को देखते हुए तथा उसके किसी भी प्रकार की अपराधिक गतिविधि में शामिल न पाए जाने के बाद सुरक्षित बीजीबी, बांग्लादेश को सौंप दिया है।बीएसएफ डीआइजी ने बताया कि कई बार देखा जाता है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा की जानकारी नहीं होने की वजह से गलती से कई लोग सीमा आर- पार कर जाते हैं। ऐसे मामलों में पूरी पड़ताल के बाद बीएसएफ मानवीय आधार पर उन्हें बीजीबी को सौंप देती है।

लगातार मानवता का परिचय दे रही है बीएसएफ

- बताते चलें कि बीएसएफ का दक्षिण बंगाल फ्रंटियर एक तरफ जहां भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करी व अवैध घुसपैठ के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है और ऐसे तत्वों के खिलाफ बेहद सख्ती बरत रही है। वहीं, दूसरी ओर अनजाने में सीमा पार करने वाले लोगों के प्रति लगातार मानवता का भी परिचय दे रही है। इससे पहले बीएसएफ ने बीते 16 जनवरी को भी मुर्शिदाबाद जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से ही एक बांग्लादेशी छात्र को पकड़ा था जो अपने माता-पिता से कहासुनी होने पर नाराज होकर घर से भाग कर अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके भारतीय सीमा में घुस आया था। उसकी आपबीती सुनने के बाद बीएसएफ ने उसे भी मानवीय आधार पर बीजीबी को सौंप दिया था।

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