नार्कोटिक्स कंट्रोल ऑफ ब्यूरो ने कहा 'से नो टू ड्रग्स'

जागरण संवाददाता, कोलकाता : हर साल 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jun 2017 01:06 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jun 2017 01:06 AM (IST)
नार्कोटिक्स कंट्रोल ऑफ ब्यूरो ने कहा 'से नो टू ड्रग्स'
नार्कोटिक्स कंट्रोल ऑफ ब्यूरो ने कहा 'से नो टू ड्रग्स'

जागरण संवाददाता, कोलकाता : हर साल 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। सोमवार को कलकत्ता विश्वविद्यालय के कॉलेज स्ट्रीट कैंपस के आशुतोष भवन में इस अवसर पर सेमिनार आयोजित किया गया। यह सेमिनार कलकत्ता विश्वविद्यालय के नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) टीम ने नार्कोटिक्स कंट्रोल ऑफ ब्यूरो (एनसीबी) के सहयोग से आयोजित किया। सेमिनार का थीम था 'से नो टू ड्रग'। एनसीबी के महानिदेशक दिलीप कुमार श्रीवास्तव ने छात्रों को संबोधित करते हुए ड्रग्स के बारे में काफी बातें बताई, वहीं युवा पीढ़ी पर इसके बुरे प्रभाव पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इसके कारण हमारा समाज खोखला होते जा रहा है। नए विकसित भारत के निर्माण के लिए स्वस्थ युवा पीढ़ी ही बुनियाद है। मुख्य अतिथि जेआइएमएसएच के मनोविज्ञान विभाग से डॉ अमरिश घोष ने कहा कि छात्रों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें नशीले पदाथरें की लत कब लग जाती है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जेआइएमएसएच के ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ संजय सेन, कलकत्ता विश्वविद्यालय के रासायनिकी विभाग के प्राफेसर आशीष कुमार साना उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में नशा के खिलाफ रैली निकाली गई।

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