सूर्य ग्रहण को लेकर बंद रहे मंदिरों के कपाट
पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर तथा झाड़ग्राम जिले में भी गुरुवार को सूर्य ग्रहण का
जेएनएन, खड़गपुर : पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर तथा झाड़ग्राम जिले में भी गुरुवार को सूर्य ग्रहण का असर रहा। वर्ष 2019 का पांचवां व अंतिम ग्रहण को ध्यान में रखते हुए तीनों जिले में अधिकांश मंदिरों के कपाट बंद रहे। सुबह 7.58 बजे के पहले ही तमाम मंदिरों के दरवाजे पर ताले जड़ दिए गए। सुबह 11.30 बजे ग्रहण का असर खत्म होने के बाद मंदिरों के पट खोले गए।
ग्रहण का असर खत्म होने के बाद तमाम मंदिरों में साफ-सफाई कर विधिवत पूजा अर्चना कर भगवान को भोग चढ़ाकर लोगों के बीच वितरित किया गया। इस मौके पर खड़गपुर, मेदिनीपुर, हल्दिया आदि कई जगहों पर विज्ञान र्किमयों की ओर से विशेष चश्मे के जरिए लोगों को सूर्य ग्रहण दिखाया गया। मेदिनीपुर के कॉलेज मैदान में पश्चिम बंग विज्ञान मंच तथा शेखपुरा में बेकन साइंस ब्रेक थ्रू की ओर से विशेष चश्मे की मदद से लोगों को सूर्य ग्रहण दिखाया गया। काफी लोगों ने काले चश्मे, एक्सरे फिल्म व काले कांच के जरिए भी सूर्य ग्रहण का दीदार किया। सूर्य ग्रहण को लेकर काफी संख्या में लोगों ने र्धिमक नियमों का पालन कर अपने घरों में ग्रहण के दौरान नाश्ता व भोजन नहीं बनाया। ग्रहण खत्म होने के बाद लोगों ने अपने घरों में भी साफ-सफाई व पूजा-अर्चना की। बड़ी बत्ती काली मंदिर के पुरोहित शिव प्रसाद चक्रवर्ती ने कहा कि भगवान को भी ग्रहण न लगे, इसके लिए मान्यता के अनुसार नियमों का पालन किया, वहीं विज्ञान मंच के सदस्य नंद दुलाल भट्टाचार्य ने कहा कि सूर्य ग्रहण को खाली आंखों से देखना नुकसानदेह है, इसलिए विशेष चश्मे की मदद से लोगों को ग्रहण का नजारा दिखाया गया।