कृषि जमीन बचाने की मांग, रैली व ज्ञापन
कृषि जमीन बचाओ कमेटी ने की कृषि जमीन बचाने की मांग
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : मेची कृषि जमीन बचाओ कमेटी ने सिलीगुड़ी महकमा के नक्सलबाड़ी प्रखंड अंतर्गत मणिारम अंचल में 105 एकड़ सरकारी जमीन पर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर व गोरखा रेजीमेंट ट्रेनिंग सेंटर बनाए जाने की जगह वहां कृषि को ही बरकरार रहने देने की मांग की है। इसे लेकर उक्त कमेटी की ओर से केतुगाबुर, सूरजबर, सेउबर किला राम व ताराबाड़ी गांवों के किसानों संग गुरुवार को सिलीगुड़ी महकमा शासक (एसडीओ) कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही एसडीओ को ज्ञापन दिया गया। इससे पूर्व एयर व्यू मोड़ से एसडीओ कार्यालय तक प्रतिवाद रैली भी निकाली गई।
इस बारे में कमेटी की ओर से अध्यक्ष हरदेव मल्लिक ने कहा कि हम लोग पुलिस ट्रेनिंग व गोरखा रेजीमेंट ट्रेनिंग सेंटर आदि की स्थापना के विरोधी नहीं हैं। वह हो, वह भी राज्य के विकास का एक अंग है। मगर, कृषि जमीन पर कोई सेंटर न बनाया जाए। उक्त सेंटरों के लिए राज्य सरकार जो 105 एकड़ जमीन का इस्तेमाल करने जा रही है वह जमीन दो फसली व सिंचाई वाली जमीन है। सो, उसे कृषि के लिए ही रहने दिया जाए। वहां जो 80-90 कृषक परिवार हैं, व कृषि करते हैं उन्हें विस्थापित न किया जाए। वह कृषि जमीन उन कृषकों को ही दी जाए। पट्टा आदि दे कर कृषकों को उक्त जमीन का मालिकाना हक दिया जाए। आसपास में हजारों एकड़ अनुर्वर जमीन है, ऊंची पथरीली जमीन है। उस जमीन पर जो भी सेंटर बनाना हो सरकार बनाए। पर, कृषि जमीन को खत्म न करे। हमारी यही मांग है। इसी मांग को लेकर हमने इस दिन जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। हमें आशा है कि शासन-प्रशासन इस मामले में सहानुभूति पूर्वक विचार करेगा। अन्यथा, हम लोग और जोरदार अंादोलन करने को बाध्य होंगे। इस दिन विरोध प्रदर्शन में कमेटी की ओर से उपाध्यक्ष जय लोध, कृष्ण बहादुर थापा, बबीता मल्लिक, सत्यनारायण व दीनबंधु मल्लिक आदि सम्मिलित रहे।