समाजिक संस्थाएं, महिलाओं को बना रही है स्वावलंबी

महिलाओं को बनाया स्वावलंबी इसी क्रम में संस्था की ओर से मॉस्टर शेफ सिलीगुड़ी सीजन वन और टू का आयोजन किया जा चुका है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Thu, 14 Mar 2019 10:28 AM (IST) Updated:Thu, 14 Mar 2019 10:28 AM (IST)
समाजिक संस्थाएं, महिलाओं को बना रही है स्वावलंबी
समाजिक संस्थाएं, महिलाओं को बना रही है स्वावलंबी

सिलीगुड़ी, जेएनएन।  महिलाओं को बनाया स्वावलंबी, इसी क्रम में संस्था की ओर से मॉस्टर शेफ सिलीगुड़ी सीजन वन और टू का आयोजन किया जा चुका है। जिसमें सीजन वन में कालिंपोंग की गीतांजलि क्षेत्री ने प्रथम स्थान और द्वितीय स्थान निर्मलजीत कौर स्वीटी ने ग्रहण किया था। गीतांजलि क्षेत्री ने महिलाओं का एक ग्रुप तैयार किया है।

जहां पर सभी महिलाएं एक साथ मिलजुल कर हस्तशिल्प सामग्री, पापड़ बड़ी, अचार इत्यादि तैयार करती है। जिसके माध्यम से कई महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर परिवार के खर्च में हाथ बंटा रही है। वहीं गीतांजलि बेकरी की क्लास भी करती है। गीतांजलि द्वारा कुकिंग वर्कशॉप भी आयोजित किया गया था। जिसमें इन्होंने महिलाओं को स्वादिष्ट व्यंजन बनाने सिखाए थे।

कार्यशाला के माध्यम से जो राशि प्राप्त हुई थी वो इनको सौंप दी गई थी। वहीं निर्मलजीत कौर भी अपने पैरों पर खड़ी हो चुकी है। उन्हें भी केक, इत्यादि के आर्डर मिलते हैं। वहीं नीलू बंसल घोष भी संस्था से प्रेरणा प्राप्त कर इमीटेशन ज्वेलरी का काम कर रही है। इसके साथ ही साइबर क्राइम के प्रति भी जागरूक करने का प्रयास किया गया था। संस्था की ओर से ऋतु मुंदड़ा ने बताया कि महिलाओं के विकास में हमारी संस्था अग्रणी भूमिका निभा रही है।

संस्था का इतिहास:

राष्ट्रीय स्तर पर काम करने वाली उक्त संस्था की शाखा वर्ष 2014 में स्थानीय स्तर पर स्थापित की गई थी।जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कंफेडरेशन ऑफ वूमेन इंटरप्रेनर्स ऑफ इंडिया यानी सीओडब्ल्यूई जो महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में अग्रणी भूमिका निभा रही है।

सचिव शीतल पेड़िवाल ने कहा कि सभी महिलाएं एक-दूसरे का सहयोग करती है। हर किसी की एक ही चाहत है कि किस तरह से महिलाओं को स्वालंबी बनाया जाए।

अध्यक्ष रजनी परमार ने कहा कि महिलाओं को स्वालंबी बनाना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। इसके लिए नाना प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी। जिनके माध्यम से महिलाएं स्वालंबी बनी है। 

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