अवैध वसूली का केंद्र बना सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट का एक्जिट प्वाइंट

-हर दिन 15 हजार रुपये से अधिक का कलेक्शन -रिक्शा वैन से लेकर बड़ी गाड़ियों के मालिक तक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Oct 2019 10:30 PM (IST) Updated:Sat, 19 Oct 2019 10:30 PM (IST)
अवैध वसूली का केंद्र बना सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट का एक्जिट प्वाइंट
अवैध वसूली का केंद्र बना सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट का एक्जिट प्वाइंट

-हर दिन 15 हजार रुपये से अधिक का कलेक्शन

-रिक्शा वैन से लेकर बड़ी गाड़ियों के मालिक तक परेशान

-भाजपा ने खोला मोर्चा,पुलिस को दिया ज्ञापन

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के निकासद्वार यानि एक्जिट गेट पर जबरन वसूली का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। इस मामले को लेकर सिलीगुड़ी जिला भाजपा एक नंबर मंडल कमिटी ने मोर्चा खोल दिया है। भाजपा ने प्रधान नगर थाना पुलिस को ज्ञापन सौंपा है।

प्रधान नगर थाना अंतर्गत मल्लागुड़ी इलाके में स्थित उत्तर बंगाल के सबसे बड़े कच्चे माल की थोक मंडी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में घोटालों, अवैध वसूली के साथ अवैध गतिविधियों के कई मामले सामने आए हैं। यहां के कुछ व्यापारी व प्रबंधन के लोगों के कारनामों की वजह से रेगुलेटेड मार्केट चर्चा का विषय रहा है। सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में दो गेट है। मल्लागुड़ी से चंपासारी जाने के क्रम में हनुमान मंदिर से सटा एक नंबर गेट प्रवेशद्वार यानि एंट्री व उसके बाद पेट्रोल पंप से सटा दो नंबर गेट निकासद्वार यानि एक्जिट है। एक नंबर गेट से माल वाहक गाड़ियां,साइकिल वैन, ई-रिक्शा प्रवेश तो कर जाती हैं,लेकिन दो नंबर गेट पर खड़े सुरक्षा कर्मी बिना वसूली किए गाड़ी, वैन या रिक्शा को निकलने नहीं देते हैं। चाहे आपके पास माल खरीदारी का बिल व चालान हो या ना हो। प्रति साइकिल रिक्शा वैन व ई-रिक्शा से निकासी के लिए कम से कम 10 रुपया, पिकअप वैन, छोटी ट्रक व ट्रकों से बीस से पचास रुपये यहां तक कि सौ रुपए तक की उगाही की जाती है। एक अनुमान के मुताबिक निकास द्वार पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा रोजाना करीब दस से पंद्रह हजार रूपए की उगाही की जाती है। आरोप है कि इस कुछ हिस्सा मार्केट कमिटी के पदाधिकारियों को जाता है। बाकी रुपया सुरक्षाकर्मी आपस में बांट लेते हैं।

दूसरी तरफ इ-रिक्शा ने तो पहले ही साइकिल रिक्शा चालकों के मुंह का निवाला छीन लिया है। अब साइकिल वैन चालकों का निवाला भी छीन रहे हैं। सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट से सिलीगुड़ी व आस-पास सहित उत्तर बंगाल व पड़ोसी राज्य सिक्किम, असम व पड़ोसी देश नेपाल-भूटान के बाजारों में भी कच्चे माल की आपूर्ति किया जाता है। शहर के बाजारों में साइकिल रिक्शा व वैन से माल पहुंचाया जाता था। लेकिन अब पैसेंजर वाहक ई-रिक्शा से माल की ढुलाई की जा रही है। इससे व्यापारियों को मुनाफा तो होता है, लेकिन साइकिल रिक्शा और वैन चालकों को अपना व परिवार का पेट पालना मुश्किल हो रहा है। बिना टिन व रजिस्ट्रेशन नंबर वाले ई-रिक्शा पर सख्ती बरतने के बाद से साइकिल रिक्शा व वैन चालकों के समक्ष भूखे मरने की स्थिति पैदा हो गई है। पैसेंजर को ढोना छोड़ अधिकांश अवैध टोटो माल ढुलाई में लग गए हैं। सूर्योदय के भी पहले ही सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में व्यापार शुरू हो जाता है। सुबह से ही कच्चा माल बाजारों में पहुंचना शुरू हो जाता है। ट्रैफिक शुरू होने के पहले तक अवैध ई-रिक्शा माल ढुलाई कर वापस हो जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार साइकिल रिक्शा व वैन वालों से ई-रिक्शा चालक काफी कम किराए पर माल पहुंचा देते हैं। इसी के खिलाफ एक नंबर मंडल भाजपा की ओर से प्रधान नगर थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंप कर अवैध ई-रिक्शा को माल ढुलाई से रोकने व सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के 2 नंबर गेट निकासद्वार पर वसूली पर रोक लगाने की मांग की है। एक नंबर मंडल भाजपा के महासचिव अजित मिश्रा ने बताया कि अवैध ई-रिक्शा पर सख्ती बरतने से साईकिल रिक्शा व वैन चालकों के पेट पर लात पड़ गया है। सभी अवैध ई-रिक्शा (टोटो) माल ढुलाई में लग गए हैं। इसके अलावे सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के निकासद्वार पर अवैध वसूली पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग पुलिस प्रशासन से की गई है। अवैध वसूली नहीं रुकने पर जोरदार आंदोलन किया जाएगा।

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