पौष्टिक आहार की कमी से चाय बागान क्षेत्र के बच्चे कुपोषित

उचित तरीके से देखभाल व पौष्टिक आहार नहीं मिलने के कारण ही बच्चे काफी कमजोर हैं। काफी समय बाद फिर एक बार कुपोषण का मामला सामने आया है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Sat, 13 Jul 2019 12:55 PM (IST) Updated:Sat, 13 Jul 2019 12:55 PM (IST)
पौष्टिक आहार की कमी से चाय बागान क्षेत्र के बच्चे कुपोषित
पौष्टिक आहार की कमी से चाय बागान क्षेत्र के बच्चे कुपोषित

धुपगुड़ी, संवाद सूत्र। पौष्टिक आहार की कमी से चाय बागान के क्षेत्र में सात बच्चे बीमार हो गए हैं। इस घटना ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से ब्लॉक के चार चाय बागान के बच्चों को चिन्हित कर धुपगुड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हल्दीबाड़ी, बिन्नागुड़ी, मोराघाट व पलाशबाड़ी चाय बागान से सृजना लोहार, श्रुति लोहार, परिनस मुंडा, आश्रिता उरांव, स्वाति उरांव, आदित्य उरांव व रोनाल्डो खालको को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है।

जानकारी के अनुसार सभी बच्चे सिवियर एक्यूट मैलिन्यूटिशनर (सैम) नामक रोग से ग्रसित है। ब्लॉक प्रशासन के निर्देश के बाद चिकित्सक, आइसीडीएस अधिकारी की तत्परता से सभी को इलाज के लिए धुपगुड़ी अस्पताल में लाया गया है। चिकित्सक केल्लोल कर ने कहा कि पौष्टिक आहार की कमी से बीमार बच्चों को भर्ती कराया गया है। सभी का स्वास्थ्य जांच कराया गया है। इसमें पता चला कि बीमार बच्चों का वजन सामान्य बच्चों की तुलना में कम है। उचित तरीके से देखभाल व पौष्टिक आहार नहीं मिलने के कारण ही बच्चे काफी कमजोर हैं। स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने ही घर जाकर बीमार बच्चों को चिन्हित किया। अब उचित इलाज के साथ बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है।

धुपगुड़ी के बीडीओ दीपंकर राय ने कहा कि जागरूकता व परिवार वालों के उचित रखरखाव के अभाव में बच्चे अपौष्टिक का शिकार हो जाते हैं। फिलहाल बीमार बच्चों का इलाज चल रहा है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि बीमारी का कारण क्या है।

ब्लॉक आइसीडीएस अधिकारी संदीप दे ने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मचारियों की तत्परता के कारण ही बीमार बच्चों का इलाज संभव हो पा रहा है। उक्त घटना को लेकर सरकारी महल में हड़कंप मच गया। काफी समय बाद फिर एक बार कुपोषण का मामला सामने आया है। उक्त बीमारी को लेकर प्रशासन की ओर से सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

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