लगातार बढ़ रही है पाकिस्तान की नापाक हरकतें
सनसनीखेज ----------------- -पिछले साल 3233 बार किया सीजफायर का उल्लंघन -खोरीबाड़ी के एक
सनसनीखेज
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-पिछले साल 3233 बार किया सीजफायर का उल्लंघन
-खोरीबाड़ी के एक व्यक्ति को गृह मंत्रालय से मिला जवाब
-आरटीआई दायर कर मांगी थी पूरी जानकारी
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साल के दौरान लगातार बढ़ी फायरिग
13
बार औसतन फायरिग हर महीने में
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जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : भारत से चार बार पराजित होने के बाद भी पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वर्ष 2011 में पाकिस्तान जो नापाक हरकत महीने में 4 बार करता था 2020 आते-आते वही नापाक हरकत सीजफायर का उल्लंघन प्रतिदिन 13 बार कर रहा है। वर्ष 2019 मे पाकिस्तान ने सीजफायर मे रिकॉर्ड कायम किया है। उसकी इस तरह की बढ़ती नापाक हरकतों की वजह से इस वर्ष वह आकड़ा डबल होने की प्रबल संभावना है। पिछले दो दिनों में ही पाकिस्तान की फायरिग में हमारे तीन जवान शहीद हुए हैं। पुलवामा और गलवान घाटी की घटना सभी को याद है। इसी वर्ष फरवरी मे पुलवामा मे भारत से निकले मुल्क पाकिस्तान के आतंकी संगठन द्वारा किए गए विस्फोट मे सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। बीते जून महीने मे भारत-चीन सीमात गलवान घाटी मे चीनी फौज ने धोखे से भारतीय फौज के 19 जवान को मौत के घाट उतार दिया। इन बड़े हादसों मे शहीद जवानों के लिए पूरा देश रोया । लेकिन भारत की आस्तीन में पल कर निकले पाकिस्तान की नापाक हरकतों से रोज हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। सर्जिकल स्ट्राईक के बाद भी पाकिस्तान नहीं सुधरा है। वर्ष 2020 के जून महीने तक की बात करे तो पाकिस्तानी फौज द्वारा सीजफायर का उल्लंघन कर गोलीबारी करने की वजह से कुल 15 भारतीय नागरिकों की मौत हुई। इसके अलावा हमारे 8 जवान भी शहीद हुए। वहीं एक सौ से अधिक घायल हुए हैं। जिसमें से आधे से ज्यादा सैनिक हैं। इसके अतिरिक्त बीते दो वर्षो की बात करे तो पाकिस्तानी फौज द्वारा सीजफायर का उल्लंघन कर गोलीबारी करने की वजह से भारतीय फौज के 56 जवान शहीद हुए हैं। वहीं 63 आम नागरिकों की मौत हुई। जबकि बीते दो वर्षो मे सीज फायर के उल्लंघन की वजह से कुल 608 लोग जख्मी हुए हैं, जिनमे से 300 भारतीय फौज के जवान हैं। भारत से निकलने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ आमने-सामने की चार लड़ाईयां लड़ी हैं। वर्ष 1999 मे लड़ी गई कारगिल युद्ध भारत-पाकिस्तान के बीच का अंतिम युद्ध था। बीते 21 वर्षो से दोनों-देशों के बीच आमने-सामने की लड़ाई तो नहीं हुई लेकिन फिर भी भारतीय फौज के जवानों के शहीद होने का आकड़ा आखे नम कर जाता है। 1948 से लेकर 1999 के कारगिल युद्ध मे भी मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तानी सेना द्वारा सीजफायर का उल्लंघन कर गोलीबारी की घटना आए दिन सुíखयों मे होता है। बल्कि बीते दस वर्षो मे पाकिस्तान की यह नापाक हरकत लगातार बढ़ी है। पाकिस्तानी सेना द्वारा सीजफायर करने को लेकर सिलीगुड़ी शहर से सटे दार्जिलिंग जिला अंतर्गत खोरीबाड़ी निवासी एक युवक मिंटु कुमार जायसवाल ने सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय से रिपोर्ट तलब उसके जवाब मे गृह मंत्रालय द्वारा जो रिपोर्ट भेजी गई है,वह चौंकाने वाली है। आरटीआई कार्यकर्ता मिंटू जायसवाल ही नहीं अपितु सिलीगुड़ी और खोरीबाड़ी के जो लोग भी सुन रहे हैं,चौंक रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2011 मे पाकिस्तानी सेना ने 51 बार सीजफायर का उल्लंघन किया। अर्थात प्रति महीने 4 बार सीजफायर का उल्लंघन किया। लेकिन वर्ष 2018 से पाकिस्तान की नापाक हरकत काफी बढ़ गई। बल्कि वर्ष 2018 के आकड़ो के मुताबिक प्रतिदिन 5 बार सीजफायर का उल्लंघन किया। वर्ष 2019 मे रोजाना 9 बार और वर्ष 2020 मे अब तक के आकड़ो के मुताबिक पाकिस्तानी सेना रोजाना 13 बार से अधिक सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। कब कितनी बार उल्लंघन
वर्ष मामले 2011 - 51 2012 - 93 2013 - 199 2014 - 153 2015 - 152 2016 - 228 2017 - 860 2018 - 1629 2019 - 3233 2020 (जून तक) - 2300