नशा मुक्ति केंद्र में मरीज की बेल्ट और बेंत से पिटाई

-शरीर पर निशान देख परिजन हुए आग बबूला -संचालकों के खिलाफ थाने में दर्ज कराई शिकायत

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 09:33 PM (IST) Updated:Sat, 30 May 2020 06:20 AM (IST)
नशा मुक्ति केंद्र में मरीज की बेल्ट और बेंत से पिटाई
नशा मुक्ति केंद्र में मरीज की बेल्ट और बेंत से पिटाई

-शरीर पर निशान देख परिजन हुए आग बबूला

-संचालकों के खिलाफ थाने में दर्ज कराई शिकायत

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : नशा मुक्ति केंद्र में एक मरीज के साथ अत्याचार करने का मामला सामने आया है। यह घटना सिलीगुड़ी के 13 नंबर वार्ड पंजाबीपाड़ा स्थित नॉर्थ बंगाल रिकवरी सेंटर में हुई है। पीड़ित मरीज के परिवार वालों ने घटना की लिखित शिकायत भक्ति नगर थाने में दर्ज कराई है। जानकारी के मुताबिक करीब डेढ़ महीना पहले 20 अप्रैल को सिलीगुड़ी के 2 नंबर वार्ड के बघाजतीन कॉलोनी निवासी शकील खानदकन को नशा से मुक्ति के लिए परिवार वालों ने नॉर्थ बंगाल रिकवरी सेंटर मे भर्ती कराया। संस्था के नियमानुसार एक महीने बाद जब परिजन उससे मिलने पहुंचे तो उसकी हालत देखकर दंग रह गए। उसके बाद उसे केंद्र से छुट्टी करवा कर घर ले आए। घर में उसके शरीर पर अत्याचार के निशान देखकर परिवार वालों का कलेजा फट गया। शुक्रवार को परिवार वालों ने नशा मुक्ति केंद्र के खिलाफ भक्ति नगर थाने मे शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित के परिवार वालों ने बताया प्रति माह आठ हजार रुपये की शुल्क पर भर्ती कराया था। एक महीने मे नशा मुक्ति केंद्र वालों ने मरीज पर कोड़े बरसाए हैं। पूरे शरीर पर बेल्ट और बेंत के दाग हैं। परिजनों के अनुसार शकील ड्रग्स का आदि हो चुका था। करीब डेढ़ वर्ष पहले उसकी शादी हुई। परिवार वालों ने नशा छुड़ाने की काफी कोशिश की,लेकिन विफल रहे। इसके बाद परिवार वालों ने उसे नशा मुक्ति केंद्र मे भर्ती करने का निर्णय लिया।

संचालकों ने रुपये मांगने का लगाया आरोप

दूसरी ओर नॉर्थ बंगाल रिकवरी सेंटर के निदेशक दीपेन गुरुंग ने भी मारपीट की बात को स्वीकार किया है। लेकिन उनका कहना है की करीब 10-12 दिन पहले शकील तीसरी मंजिल पर चढ़कर खिड़की का कांच तोड़कर भागने का प्रयास कर रहा था। उस समय उसे पकड़ कर थोड़ी सख्ती बरती गई थी। दो-चार थप्पड़ भी लगाया था। उसके बाद परिवार वाले रुपए की माग कर ब्लैकमेल करने की कोशिश करने लगे।

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