रवींद्र नगर हत्याकांड में दो गिरफ्तार

-चार वर्ष पहले के एक रहस्यमय मौत के मामले से भी जुड़ा तार -12 वर्षीय एक बच्चे का शव भी उसी स्थान

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 09:16 PM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 09:16 PM (IST)
रवींद्र नगर हत्याकांड में दो गिरफ्तार
रवींद्र नगर हत्याकांड में दो गिरफ्तार

-चार वर्ष पहले के एक रहस्यमय मौत के मामले से भी जुड़ा तार

-12 वर्षीय एक बच्चे का शव भी उसी स्थान से हुआ था बरामद जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : रवींद्र नगर हत्याकांड की गुत्थी सुलझने के कगार पर है। सड़क किनारे से एक कबाड़ वाले का शव बरामद मामले में सिलीगुड़ी थाना पुलिस ने दो सगे भाईयों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों का नाम गौतम देव और गौरव देव बताया गया है। दोनों को मौत से जुड़ी जानकारी छिपाने और पुलिस को गुमराह करने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया। हांलाकि पूछताछ के लिए दोनों को कल ही हिरासत में ले लिया गया था। दोनों को आज ही कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपितों की जमानत याचिका खारिज कर सात दिनों की रिमांड पर सिलीगुड़ी थाना पुलिस के हवाले कर दिया है। वहीं चार वर्ष पहले की एक रहस्यमय मौत के मामले का तार भी इससे जुड़ते नजर आ रहा है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चार वर्ष पहले 2016 के 19 अप्रैल को 12 वर्षीय एक नाबालिग का शव भी गिरफ्तार आरोपित के मकान के सामने उसी स्थान पर बरामद हुआ था, जहां बीते 30 नवंबर को कबाड़ वाले का शव पड़ा हुआ था। मृत 12 वर्षीय उस नाबालिग का नाम शुभम मंडल बताया जा रहा है। ज्ञात हो कि बीते 30 नवंबर की दोपहर सिलीगुड़ी नगर निगम के 21 नवंबर वार्ड अंतर्गत रवींद्र नगर इलाके में सड़क किनारे एक अधेड़ का शव बरामद हुआ। सिलीगुड़ी थाना पुलिस ने मृतक की पहचान घुघुमाली के निरंजन नगर निवासी 54 वर्षीय सुशील दास के रुप में की। घटनास्थल के ठीक सामने वाले मकान के पार्किग एरिया के सामने से मृतक की साइकिल और मकान के भीतर से तराजू, बटखरा और एक झोला पुलिस ने बरामद किया। घटना के चार दिन बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। जबकि घटना के दिन से ही पुलिस इसे हत्या मानकर जांच में जुटी थी। बीते गुरुवार को सिलीगुड़ी थाना पुलिस ने घटनास्थल के ठीक सामने वाले मकान से दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। घंटों पूछताछ के बाद पुलिस ने गुरुवार की देर रात दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार दोनों आरोपित सगे भाई हैं।

सिलीगुड़ी थाना पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शव बरामद होने के बाद स्नीफर डॉग से घटना स्थल की जांच के दौरान डॉग ने भी घर के भीतर जाकर इशारा किया था। लेकिन घटना वाले दिन से लेकर अब तक उस मकान के सभी लोग कुछ नहीं जानने की रट लगाए हुए हैं। पुलिस का मानना है कि मकान के सामने खड़ी मृतक की साइकिल और मकान के भीतर से मृतक का तराजू,बटखरा और झोला बरामद होना मृतक के मकान के भीतर प्रवेश करने की ओर इशारा करता है। यदि मृतक मकान में दाखिल नहीं हुआ था, तो उसका तराजू,बटखरा और झोला मकान के भीतर कैसे पहुंचा? इसी प्रश्न का जवाब लेने के लिए पुलिस ने दोनों भाइयों को हिरासत में लिया था। लेकिन कुछ नहीं मालूम की रट लगाए रहने की वजह से पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर शुक्रवार अदालत में पेश किया है। प्राथमिक जांच में हाथ लगे सुराग और उभरे सवालों के ढाल पर पुलिस ने दो संदिग्ध को गिरफ्तार तो कर लिया है। लेकिन मृतक उस मकान में किस उद्देश्य से दाखिल हुआ और उसकी मौत कैसे हुई? यह दोनों सवाल पुलिस के समक्ष अभी भी ज्यौं के त्यौं खड़े हैं।

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