तीन दिवसीय दार्जिलिंग भ्रमण समाप्त कर लौटी मुख्यमत्री ममता बनर्जी

तीन दिवसीय दार्जिलिंग पहाड भ्रमण समाप्त करने के बाद सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरूवार को वापस लौटी।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Fri, 09 Feb 2018 10:06 AM (IST) Updated:Fri, 09 Feb 2018 10:06 AM (IST)
तीन दिवसीय दार्जिलिंग भ्रमण समाप्त कर लौटी मुख्यमत्री ममता बनर्जी
तीन दिवसीय दार्जिलिंग भ्रमण समाप्त कर लौटी मुख्यमत्री ममता बनर्जी

दार्जिलिंग, जेएनएन। तीन दिवसीय दार्जिलिंग पहाड भ्रमण समाप्त करने के बाद सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरूवार को वापस लौटी। सडक मार्ग से सिलीगुड़ी जाने के क्रम मे मुख्यमंत्री सांय 4 बजकर 34 मिनट पर कर्सियांग पहुंची।लौटते वक्त मुख्यमत्री की विदाई में मोटर स्टैड मे किसी भी पार्टी के नेताओं की उपस्थिति नही दिखी। इस दौरान पुलिस प्रशासन जरूर सतर्क दिखा और कुछ नागरिको की उपस्थिति थी। मुख्यमंत्री ने हाथ जोडते हुए यहां उपस्थित लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। ध्यान देने योग्य है कि वापसी के समय उनके सुरक्षा वाहनों ने किसी प्रकार का सायरन या पूर्व सूचना नही जारी की।

गुरुवार को प्रस्तावित सर्वदलीय बैठक नहीं हो सकी हालांकि उसके स्थान पर मुख्यमंत्री ने गोजमुमो व गोरामुमो के नेताओं के साथ एक पत्रकार वार्ता को जरूर संबोधित किया। राजभवन के दरबार सभागार में आयोजित जीटीए समीक्षा बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की तथा पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि पहाड़ के विकास के लिए ही जीटीए प्रशासनिक बोर्ड तथा हिल एरिया डेवलेपमेंट समिति का गठन किया गया है। सीएम ने आगामी मार्च में दार्जिलिंग में बिजनेस समिट आयोजित कर पहाड़ पर पर्यटन,फल तथा फूलों के व्यापार को बढ़ावा तथा सूचना प्रद्यौगिकी केंद्र के रूप में दार्जिलिंग को विकसित करने की मंशा जताई। उन्होंने सरकार के उद्योग घरानों के साथ संपर्क में होने की जानकारी दी। सीएम ने अप्रैल में कालिम्पोंग जिले में सभी तेरह विकास बोर्ड के पदाधिकारियों और गांव बस्ती के हजारों लोगों के साथ सभा आयोजित करने की भी बात कही। समीक्षा बैठक में मंत्री अरूप विश्र्वास,जीटीए बोर्ड प्रमुख विनय तामांग,राज्य के पुलिस महानिदेशक सुरजीत कर पुरकायस्थ तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री के पहाड़ प्रवास के दौरान जिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर मुहर लगी उनमें पहाड़ पर गोरखा पर्सनल्स की जगह सरकार अब सिविक वोलेंटियर पुलिस को कार्यभार देने पर विचार कर रही है। वहीं सिंकोना चाय बागान की खाली पड़ी जमीन पर अब राज्य सरकार जनता के हित में प्रयोग करते हुए योजना बनाएगी। ममता ने दो माह का वेतन पहाड़ के सरकारी कर्मचारियों को देने का एलान किया। 

वहीं जीटीए बोर्ड के प्रमुख विनय तामांग ने कहा कि पहाड़ पर रिक्त पड़े करीब 109 शिक्षकों की भर्ती के लिए जीटीए बोर्ड कार्य करते हुए प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा। जिसके लिए दार्जिलिंग विधायक अमर सिंह राई की अध्यक्षता में एक विशेष समिति के गठन की जाएगी। उन्होंने राज्य विश्र्वविद्यालय की सीएम की घोषणा पर कार्य करते हुए विश्र्वविद्यालय निर्माण के लिए जिलाधिकारी द्वारा भूमि तलाशने की प्रक्रिया आरंभ होने की बात कही।

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