आज दोबारा पोस्टमार्टम कर परिवार को सौंपेगी पुलिस

-हर बात का लिया जाएगा जबाव आखिर ऐसी बर्बरता से सत्ता नहीं मिलने वाला जागरण संवाददाता सिलीगु

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Dec 2020 12:50 PM (IST) Updated:Thu, 10 Dec 2020 12:50 PM (IST)
आज दोबारा पोस्टमार्टम कर परिवार को सौंपेगी पुलिस
आज दोबारा पोस्टमार्टम कर परिवार को सौंपेगी पुलिस

-हर बात का लिया जाएगा जबाव, आखिर ऐसी बर्बरता से सत्ता नहीं मिलने वाला

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर कन्या अभियान के दौरान फूलबाड़ी में शार्ट गन से मारे गये भाजपा कार्यकर्ता उलेन राय का गुरूवार को दोबारा पोस्टमार्टम करा पुलिस परिवार वालों को सौंप देगी। जलपाईगुड़ी के सांसद डाक्टर जयंत राय ने कहा कि गुरूवार सुबह 5:00 बजे ही पोस्टमार्टम करने की बात कही गयी थी। दोबारा से 11:00 बजे का समय दिया गया है। 1:00 बजने को है पोस्टमार्टम प्रारंभ नहीं हो पाया है। देखना है कि डाक्टर कब और कितने बजे परिवार के सामने ऑन कैमरा पोस्टमार्टम करते है। पोस्टमार्टम के बाद जब परिवार वालों को पार्थिव शरीर सौंपा जाएगा उसके बाद भाजपा इसे लेकर उसके घर गाजलडोबा जाएगी। प्रशासन चाहती है कि शव का पोस्टमार्टम कर उसे सौंपने में इतना विलंब किया जाए जिससे दिन के उजाले में प्रशासन के काले करतूत को कोई ना जान पाएं। पार्थिव शरीर सौंपे जाने के बाद ही

परिवार के साथ जलपाईगुड़ी के जिलाध्यक्ष वापी गोस्वामी, उत्तर बंगाल के भाजपा नेता दीपेन प्रमाणिक, सिलीगुड़ी भाजपा के जिला महासचिव आनंदमय बर्मन, पर्यवेक्षक दिप्तीमान साहा, आलोक सेन समेत सिलीगुड़ी जिला भाजपा के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। सिलीगुड़ी भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं की मांग है कि शव का अंतिम यात्रा सिलीगुड़ी होकर ले जाया जाए। भाजपा कार्यकर्ता अपने कार्यकर्ता का अंतिम दर्शन करना चाहते है। इसपर भी विचार हो रहा है।

भाजपा और परिवार को थी ऐसी आशंका

सांसद ने कहा कि वे पहले से यह जानते थे कि पुलिस और जिला प्रशासन भाजपा के कार्यकर्ता के शव को लेकर भी राजनीति करेगी। क्योंकि आधी रात को उसका पोस्टमार्टम कर दिया गया। इसलिए भाजपा परिवार के साथ कोर्ट में आवेदन दिया था? कोर्ट ने आदेश दिया है कि 11 दिसंबर के अंदर इसका दोबारा पोस्टमार्टम परिवार वालों के सामने तीन डाक्टरों की टीम द्वारा ऑन कैमरा कर इसकी रिपोर्ट सौंपा जाए। सांसद राय ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि एक गरीब भाजपा कार्यकर्ता की हत्या की गयी। वह भी पुलिस की गोली से। मुख्यमंत्री सार्वजनिक सभा में कहती हैं यह तो भाजपा ने ही अपने कार्यकर्ता की जान लेगी। मैं मुख्यमंत्री से सिर्फ यह जानना चाहता हूं कि क्या भाजपा कार्यकर्ता पुलिस के साथ मिलकर सामने से अपने ही कार्यकर्ता को जान से मार डाला? जो मुख्यमंत्री और उनके पार्टी नेता उत्तर प्रदेश में हाथरस कांड में रात को परिवार की सहमती से दाह संस्कार कराए जाने पर सड़कों पर उतर कर विरोध करने लगी थी। आज उनके जुबान आधी रात को भाजपा कार्यकर्ता के शव का पोस्टमार्टम कराने के साथ परिवार वालों पर दबाव डाला जा रहा था कि उसका दाह संस्कार कर दें। इसके खिलाफ अब आवाज क्यों नहीं उठायी जा रही है? क्या भाजपा का कार्यकर्ता होने से कानून बदल जाता है? इतना ही नहीं पुलिस कैसे गोली चला रही है इसका प्रमाण भी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल प्रभारी कैलाश विजयीवर्गीय दे ही चुके है? इसके बाद भी इसे झुठलाने की कोशिश हो रही है। राजवंशियों की लगातार हत्या का जबाव यह समाज समय पर जरुर देकर रहेगा।

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