दीदी का कार्ड नहीं मिलने से तृणमूल में घमासान

-कई नेताओं और कार्यकर्ताओं की बेचैनी बढ़ी -दो तारीख की बैठक में शामिल होना मुश्कि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 Feb 2020 11:04 PM (IST) Updated:Sun, 01 Mar 2020 06:23 AM (IST)
दीदी का कार्ड नहीं मिलने से तृणमूल में घमासान
दीदी का कार्ड नहीं मिलने से तृणमूल में घमासान

-कई नेताओं और कार्यकर्ताओं की बेचैनी बढ़ी

-दो तारीख की बैठक में शामिल होना मुश्किल

-समर्थकों के सामने साख बचाने की चिंता

-कुछ लोग ऐसे ही कोलकाता जाने की तैयारी में

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : नगर पालिका व विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दो मार्च को कोलकाता के इंडोर स्टेडियम में बैठक करेंगी। जबकि एक मार्च को भाजपा नेता व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी कोलकाता में रैली कर कर रहे हैं। ममता की बैठक को अमित शाह के बयानों का जबाव देना बताया जा रहा है। इस बैठक में शामिल होने के लिए पहली बार तृणमूल कांग्रेस के कोलकाता मुख्यालय से नेताओं को आमंत्रण पत्र दिया जा रहा है। इसे दीदी का कार्ड कहा जा रहा है। इस पत्र में नेताओं के नाम के साथ उनके पद की भी जानकारी होगी। कोई दूसरा इस आमंत्रण पत्र का उपयोग नहीं कर सकेगा। इस पत्र को जिला स्तरीय कोई नेताओं को देना संभव नहीं है। जिला मुख्यालय में भेजा जा रहा है। इस बैठक की तिथि में अब सिर्फ दो दिन ही बचे हैं। ऐसे में सिलीगुड़ी महकमा में बड़ी संख्या में तृणमूल नेताओं को कोई आमंत्रण पत्र नहीं मिला है। इसको लेकर तृणमूल में घमासान है। ममता की बैठक में कई नेताओं को बुलावा नहीं मिला है। इसको लेकर ऐसे नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है। इस आमंत्रण के बगैर बैठक में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। महकमा के कई नेताओं ने तो यहां तक कहा कि पत्र नहीं मिलने की स्थित में भी वे कोलकाता जाएंगे। दूसरी जगह घूमकर ही समर्थकों को यह तो बता देंगे कि वे इस बैठक में गए थे। दीदी के निर्देश उनतक पहुंच ही जाएगा। पार्टी नेताओं से मिल रही जानकारी के अनुसार अक्सर होता था कि इस प्रकार की मीटिंग में नेता बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ पहुंचते थे। उसकी उचित व्यवस्था पर भी प्रश्न उठने लगते थे। इस बार पार्टी ने इस अव्यवस्था पर रोक लगाने के लिए यह कदम उठाया है। इस व्यवस्था से कई नेताओं को यह लगने लगा है कि उनतक कार्ड नहीं पहुंचना यानि वे नंबर एक के नेता नहीं है? हालांकि टीएमसी के जिला नेताओं ने कहा कि इस आमंत्रण पत्र को लेकर किसी प्रकार की बातें मन में नहीं लानी चाहिए। कोलकाता से आने वाले परिचय पत्र में कुछ पंचायत के भी कार्ड यहां पहुंच गये हैं। जिन लोगों के नाम से कार्ड वहां से आएगा उन्हें निश्चित ही मिलेगा। हांलाकि कोई नेता इस बारे में कुछ नहीं कहना चाह रहे हैं। जबकि जिन नेताओं को दीदी का कार्ड मिल गया है,वह धीरे से कोलकाता के लिए रवाना हो गए हैं। कुछ कल रविवार को रवाना होंगे।

इधर,इस प्रकारी की व्यवस्था पहली बार होने पर भाजपा ने तंज कसा है।

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