आखिरकार समाज के लोगों की बढ़ी चिंता,जागरुकता पर विशेष जोर

- 22 दिसंबर को महेश्वरी महासभा की होगी बैठक -बैचलर पार्टी के खिलाफ लाया जाएगा प्रस्ताव -

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 08:45 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 08:45 PM (IST)
आखिरकार समाज के लोगों की बढ़ी चिंता,जागरुकता पर विशेष जोर
आखिरकार समाज के लोगों की बढ़ी चिंता,जागरुकता पर विशेष जोर

- 22 दिसंबर को महेश्वरी महासभा की होगी बैठक

-बैचलर पार्टी के खिलाफ लाया जाएगा प्रस्ताव

-प्री वेडिंग शूट पर रोक लगाने की भी होगी पहल

-अन्य संगठनों में भी विचार-विमर्श शुरू

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शादी-विवाह पर बैचलर पार्टी और प्री वेडिंग शूट के क्रेज ने भारतीय संस्कृति पर कुठाराघात किया है। खासकर युवा, जिनके कंधे पर समाज और देश की जिम्मेवारी है,वही इस दलदल में फंसते जा रहे हैं। बैचलर पार्टी और प्री वेडिंग शूट पर लाखों रुपये उड़ा दिए जाते हैं। चिंता की बात यह है कि ये पैसे शराब,शबाब यहां तक कि ड्रग्स में उड़ाए जा रहे हैं। दैनिक जागरण में पिछले कई दिनों से इस सामाजिक बुराई को लोगों के सामने रखने का काम किया है। उसके बाद इस बुराई के खिलाफ लोग जागरूक होने लगे हैं। समाज से इस गंदगी को बंद कराने की सुगबुगाहट होने लगी है। उत्तर बंगाल महेश्वरी सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रवीण झंवर ने बताया कि अखिल भारतीय महेश्वरी महासभा इसे रोकने की अपील पहले ही कर चुकी है। 22 दिसंबर को ट्रस्ट की मीटिंग होगी। उसमें बैचलर पार्टी और प्री वेडिंग शूट को लेकर एक प्रस्ताव लाया जाएगा। इस प्रस्ताव के माध्यम से समाज को जागरूक करेंगे और इस बुराई को बंद करने की अपील की जाएगी। इसी कड़ी के तहत उत्तर बंग मारवाड़ी सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष रत्‍‌न कुमार गोयल ने भी कहा है कि इस विषय को लेकर एक बैठक बुलाने की सोच रहे हैं। समाज के लोगों जागरूक किया जाना चाहिए। अन्य सामाजिक संगठनों में भी इस बुराई पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है। लोगों का कहना है कि इसे तत्काल बंद करना चाहिए। इसमें समय और पैसे, दोनों की बर्बादी होती है। यह मात्र दिखावा है। एक-दूसरे से बड़ा दिखने की होड़ में यह सब किया जा रहा है।

मैं प्री वेडिंग शूट और बैचलर पार्टी दोनों के पक्ष में नहीं हूं। बैचलर पार्टी में तो पैसे को धुएं में उड़ा दिया जाता है। विवाह तो देवी देवताओं को साक्षी मानकर किया जाता है। यहां नशा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। वहीं प्री वेडिंग शूट भी समाज के हित में नहीं है। अगर प्री वेडिंग शूट करना ही है तो परिवार के सदस्यों को साथ लेकर जाएं। फोटो शूट करने के बाद यदि किसी कारणवश रिश्ता टूट जाता है तो बहुत ही भयावह स्थिति पैदा हो सकती है। इसलिए इन सब पर प्रतिबंध लगना चाहिए।

- प्रतिमा जोशी, डायरेक्टर, सिलीगुड़ी नारी शक्ति

प्री वेडिंग शूट का तो सभी को बहिष्कार करना चाहिए। इसको करने में जितना पैसा बर्बाद करते हैं उतने में ती किसी जरूरतमंद बाप की बेटी का कन्यादान किया जा सकता है। उच्च वर्ग के लोग तो इसे आसानी से कर लेते हैं किंतु बच्चों की जिद के आगे सबसे ज्यादा प्रभावित मध्यम वर्गीय परिवार होते हैं। लगातार कम होते संस्कारों को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। बैचलर पार्टी के मायने आज कल बदलते जा रहे हैं। इसे अगर साफ-सुथरे ढंग से किया जाए तो इसमें कोई बुराई नहीं है। पैसे की कीमत समझनी चाहिए। बैचलर पार्टी की जगह दोनों परिवारों को एकसाथ जरुरतमंदो की सहायता को आगे आना चाहिए। जिनके आशीर्वाद से उनका आने वाला जीवन खुशहाल हो सके।

- संगीता घोषल, सचिव, तेरापंथ महिला मंडल विवाह तो एक पवित्र बंधन है। जहां पर सिर्फ एक लड़का-लड़की ही नहीं बल्कि दो परिवार एक-दूसरे के साथ हमेशा के लिए जुड़ जाते हैं। अगर इसे समय और पैसे की बर्बादी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। ऐसे में बैचलर पार्टी का कोई औचित्य नहीं है। जहां पर शराब-शबाब, नशा का दौर चलता है। समय रहते सभी को चेतने की आवश्यकता है। बचपन से ही बच्चों को सही संस्कार देने की कोशिश करनी चाहिए। इस पैसे का सदुपयोग वे किसी अच्छे कार्य में कर सकते हैं। जिससे उन्हें दुआएं मिलेगी।

- सुनीता सोमानी, सदस्य, सखियां गु्रप मेरी नजर में बैचलर पार्टी और प्री वेडिंग शूट पैसे की बर्बादी है। अगर हम ये कहते हैं कि इन सबको करने के लिए हमारे बच्चे जिद कर रहे हैं तो ये हमारे दिए हुए संस्कार का ही नतीजा है। जैसी नींव हम डालेंगे वैसा ही मकान बनेगा। बच्चों को शुरू से अनुशासन में रखना हम अभिभावकों का कर्तव्य है। उनकी हर जिद के सामने माता-पिता द्वारा घुटने टेकने का फल ही इस तरह की पार्टियां है। विवाह इत्यादि के मौके पर जश्न मनाएं,लेकिन सीमा में रह कर।

- रमिंदर कौर सलूजा, सदस्य, इनर व्हील क्लब

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