आतंक के कारण अस्पताल में इलाज में परेशानी : जिलाधिकारी

- जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी चिकित्सकों की छुट्टी रद्द करने का आदेश जारी किया - प्रत्येक

By Edited By: Publish:Sun, 23 Oct 2016 07:41 PM (IST) Updated:Sun, 23 Oct 2016 07:41 PM (IST)
आतंक के कारण अस्पताल में इलाज में परेशानी : जिलाधिकारी

- जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी चिकित्सकों की छुट्टी रद्द करने का आदेश जारी किया

- प्रत्येक ब्लाक में खोला गया स्वास्थ्य शिविर

संवादसूत्र, बालूरघाट : राज्य के कई जिलों में जहां डेंगू का कहर जारी है। जिलों में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में कुछ देर ही सही डेंगू रोग से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए सभी चिकित्सकों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। डेंगू को लेकर कबलित ग्राम पंचायत अंतर्गत एक क्लब में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने भाग लिया। इस मसले पर जिलाधिकारी संजय बसू ने कहा कि लोगों में आतंक के कारण अस्पताल में चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने को लेकर समस्या हो रही है। डेंगू को लेकर लोग आतंकित न हो। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

दक्षिण दिनाजपुर जिले में पिछले कई महीने से डेंगू व काला ज्वर का प्रकोप जारी है। पिछले 15 दिनों में यह रोग भयानक रूप ले रहा है। अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें दो लोगों के शहरी में डेंगू के लक्षण मिले है। जिले के विभिन्न जिलों में अज्ञात बीमार फैल रहा है। इनमें हिली के रामकृष्ण पूर, बालुरघाट के चिगिंसपुर सहित ग्रामीण इलाके में यह बीमार जोर शोर से फैल रही है। इस बुखार को लेकर बालुरघाट अस्पताल में अब तक तीन सौ मरीज चिकित्साधीन है। लेकिन बुनियादी ढांचा के अभाव में रोगियों को अस्पताल के बरामदा में भी रहना पड़ रहा है। डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग, ग्राम पंचायत व प्रशासन की भूमिका पर लगातार गांव व शहर के लोगों द्वारा बार-बार आरोप लग रहे है। एक ओर जहां रोगियों की संख्या बढ़ रही है वही अस्पताल में चिकित्सकों की संख्या कम है। पूजा में अधिकांश चिकित्सक छुट्टी पर गए थे। आउट डोर विभाग के लिए नया वार्ड बनाया गया, लेकिन वह बंद है।

इस बीच डेंगू रोग से निपटने के लिए बालुरघाट अस्पताल के आउटडोर विभाग में फीवर क्लिनिक खोला गया है। समस्त चिकित्सकों को अपनी छुट्टी रद्द कर काम पर वापस लौटने का निर्देश जारी किया गया है। साथ प्रत्येक ब्लाक में स्वास्थ्य शिविर खोला गया है। वही रविवार को भी बालुरघाट अस्पताल में पैथोलाजी विभाग भी खोलने का निर्देश दिया गया है। जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी सुकुमार दे यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डेंगू रोग से निपटने के लिए बालुरघाट सदर अस्पताल में फीवर क्लिनिक खोला गया है।

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