सबसे कम 2050 वोट से जीत कर सांसद बने थे सुबिमान घोष

हृदयानंद गिरि दुर्गापुर संयुक्त व‌र्द्धमान जिले में सबसे कम वोट के ेअंतर से जीतने का रिकार्ड

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Mar 2019 05:39 PM (IST) Updated:Sat, 30 Mar 2019 06:50 AM (IST)
सबसे कम 2050 वोट से जीत कर सांसद बने थे सुबिमान घोष
सबसे कम 2050 वोट से जीत कर सांसद बने थे सुबिमान घोष

हृदयानंद गिरि, दुर्गापुर : संयुक्त व‌र्द्धमान जिले में सबसे कम वोट के ेअंतर से जीतने का रिकार्ड सुबिमान घोष के पास है। व‌र्द्धमान जिले के संसदीय क्षेत्रों में उन्होंने सबसे कम 2050 मतों से जीत दर्ज कर संसद सदस्य बने थे। वर्ष 1957 के द्वितीय लोकसभा गठन के दौरान व‌र्द्धमान संसदीय क्षेत्र में यह रिकार्ड बना था। उस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के साथ उनका सीधा मुकाबला हुआ था। जिसमें फारवार्ड ब्लॉक मा‌र्क्सवादी के टिकट पर सुबिमान ने चुनाव लड़ा था। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी दुर्गापद चौधरी को हराया था। सुबिमान को 1,07,670 मत प्राप्त हुआ था, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी दुर्गापद को 1,05,620 मत मिला था। इस तरह 2050 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था।

----------------------------------------------------------------------- चार बार दस हजार से कम अंतर से जीत थे प्रत्याशी :

व‌र्द्धमान जिले में अब तक चार बार ऐसी स्थिति बनी है, जब प्रत्याशियों को दस हजार से भी कम अंतर से लोकसभा चुनाव में जीत हासिल हुई। सबसे पहले सुबिमान को 2050 मतों से जीत मिली थी। उसके बाद सबसे कम अंतर से जीत हासिल करने वाले प्रत्याशी एसएसपी के डी सेन थे। उन्होंने आसनसोल संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। जिसमें डी सेन ने कांग्रेस के टीएम मुखोपाध्याय को 6992 मतों से हराया था। डी सेन को 99,276 मत एवं कांग्रेस को 92,284 मत मिला था। इसके अलावा वर्ष 1962 में कांग्रेस के अतुल्य घोष को 8844 मतों से जीत मिली थी। उन्होंने भाकपा के केएन मिश्रा को पराजित किया था। वहीं वर्ष 1967 में माकपा के बी दास ने कांग्रेस प्रत्याशी डीएम मोहन को 8858 मतों से हराया था।

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पहले लोकसभा चुनाव में सुबिमान को मिली थी हार :

देश में वर्ष 1951 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में भी सुबिमान घोष ने फारवार्ड ब्लॉक मा‌र्क्सवादी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी अत्तुला घोष एवं मोनो मोहन दास से हार का सामना करना पड़ा था। पहले लोकसभा चुनाव में जिले के व‌र्द्धमान संसदीय क्षेत्र में दो प्रतिनिधियों के लिए चुनाव हुआ था। जिसमें कांग्रेस के अत्तुला घोष एवं मोनो मोहन दास ने क्रमश: 1,19,987 एवं 1,02,523 वोट प्राप्त किया था। जबकि सुबिमान को 90,242 मत मिला था। वे तीसरे नंबर पर थे।

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तीसरे लोकसभा चुनाव में हुई हार :

सुबिमान घोष को वर्ष 1962 के तीसरे लोकसभा चुनाव में भी फारवार्ड ब्लॉक ने व‌र्द्धमान संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था। उस वर्ष जिले में लोकसभा की चार सीट आसनसोल, आउसग्राम, व‌र्द्धमान एवं कटवा संसदीय क्षेत्र बना था। लेकिन उस चुनाव में भी उन्हें का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस के गुरुगोविद बासु ने उन्हें 22,470 मतों से पराजित किया था। कांग्रेस को 1,55,485 एवं फारवार्ड ब्लॉक को 1,23,015 मत प्राप्त हुआ था।

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