रंगों में डूबा शिल्पांचल, होली आज

आसनसोल: रंगों का त्योहार होली इस वर्ष सिर्फ लाल-पीले रंग व अबीर से ही नहीं बल्कि राजनीति के रंग से

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Mar 2019 04:49 PM (IST) Updated:Wed, 20 Mar 2019 04:49 PM (IST)
रंगों में डूबा शिल्पांचल, होली आज
रंगों में डूबा शिल्पांचल, होली आज

आसनसोल: रंगों का त्योहार होली इस वर्ष सिर्फ लाल-पीले रंग व अबीर से ही नहीं बल्कि राजनीति के रंग से भी खेली जाएगी। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शिल्पांचल की होली राजनीति के रंग में पूरी तरह रंग चुका है। छोटे- बड़े सभी राजनेता होली के त्योहार पर वोट बैंक मजबूत करने की रणनीति बना चुके है। विशेष रूप से रूठे लोगों को मनाने के लिए होली के बहाने गले मिलने और शुभकामना देने के साथ ही होली मिलन और रंगोत्सव का आयोजन हो रहा है।

वैसे विभिन्न गैर राजनीतिक संगठनों ने भी होली मिलन व होली उत्सव मनाने की तैयारियां पूरी कर ली है। हिदी भाषी क्षेत्रों में सुबह से लेकर रात तक होली की फुहार संबंधी भोजपुरी गीतों की बौछार हो रही है। वोट के धुरंधर राजनीतिज्ञ इन आयोजनों में घुसपैठ कर अपनी पकड़ मजबूत करने में लग गए हैं। वहीं गुरुवार की सुबह बसंतोत्सव पर बीएनआर रवींद्र भवन से महिला रैली आयोजित की जाएगी। इसका नेतृत्व मंत्री मलय घटक की पत्नी सुदेशना घटक करेंगी।

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स्कूलों व कार्यालयों में खेली गई होली:

बुधवार की देर रात होलिका दहन के साथ ही होली का रंग शुरू हो जाएगा। वैसे शिल्पांचल में छिटपुट ढंग से पिछले कई दिनों से लोग होली के रंगों का मजा ले रहे है। आसनसोल इंजीनियरिग कालेज के छात्र छात्राओं ने कालेज परिसर में एक दूसरों को रंग गुलाल लगाकर होली खेली। आसनसोल रेल मंडल के वाणिज्य विभाग, लेखाजोखा विभाग में कर्मियों एक दूसरों को रंग लगाकर मिठाई भेंट की। कई स्कूल- कालेजों में तो होली की छुट्टी हो चुकी है। छुट्टी से पहले बच्चों ने जमकर होली खेली। वहीं आसनसोल बाजार, मुर्गासोल, उषाग्राम, रामकिशुन डंगाल, धधका रोड, तरी मुहल्ला, डिपोपाड़ा, कल्ला, दोमोहानी, बर्नपुर आदि इलाकों में होलिका दहन की तैयारी भी शुरु हो गयी है।

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होली को लेकर बाजार में उमड़ी भीड़:

होली को लेकर रंग- अबीर, डिजाइनदार पिचकारी आदि की खरीदारी को बुधवार को बाजार में भीड़ उमड़ पड़ी। सज गया है। रंग- बिरंगी आकर्षक पिचकारी से लेकर अलग- अलग तरह के मास्क व रंग- बिरंगे बाल खरीदारों को खूब आकर्षित कर रहे है। करीब 25 रुपये से 400 रुपये तक की पंपनुमा पिचकारी, स्प्रे मशीन की तरह की पिचकारी, बंदूकनुमा पिचकारियां बच्चों को खूब आकर्षित कर रही है। पिचकारी से लेकर मास्क तक पर कार्टून पिक्चरों का बोलबाला दिख रहा है। हर्बल रंग- अबीर की भी काफी मांग दिखी।

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