राज्यपाल का पद संवैधानिक, सभी को करना चाहिए सम्मान

बर्नपुर भारती भवन में आयोजित ऑल इंडिया पोस्टल इंप्लाइज यूनियन पश्चिम बंगाल चक्र के राज्य सम्मेलन के दूसरे दिन सोमवार को विधान सभा में विपक्ष के नेता सह माकपा के दिग्गज नेता सुजन चक्रवर्ती पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 12:31 AM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 06:26 AM (IST)
राज्यपाल का पद संवैधानिक, सभी को करना चाहिए सम्मान
राज्यपाल का पद संवैधानिक, सभी को करना चाहिए सम्मान

बर्नपुर: बर्नपुर भारती भवन में आयोजित ऑल इंडिया पोस्टल इंप्लाइज यूनियन पश्चिम बंगाल चक्र के राज्य सम्मेलन के दूसरे दिन सोमवार को विधान सभा में विपक्ष के नेता सह माकपा के दिग्गज नेता सुजन चक्रवर्ती पहुंचे। सम्मेलन के दौरान केंद्र सरकार की नीति के विरोध में 8 जनवरी को अखिल भारतीय स्तर पर डाक हड़ताल करने का आह्वान किया गया।

सम्मेलन के पहले विधायक सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री और राज्यपाल का विवाद सिर्फ राज्य की जनता का ध्यान असल मुद्दे से भटकाने के लिए है। लेकिन राज्यपाल कोई भी हो यह एक संवैधानिक पद है, इसका सम्मान सभी को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री चंदननगर में पूजा उद्घाटन के लिए हेलीकॉप्टर से जा सकती हैं तो राज्यपाल को क्यों नहीं हेलीकॉप्टर मिलना चाहिए। राज्यपाल तो कालीपूजा में मुख्यमंत्री के घर जाकर भोग भी खाकर आए हैं।

मूर्ति को तोड़ा जा सकता पर विचारधारा को नहीं : पूर्व ब‌र्द्धमान के पानागढ़ में विधान चंद्र की प्रतिमा को तोड़े जाने पर माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य में मूर्ति को तोड़ने की राजनीति सर्वाधिक तृणमूल कांग्रेस द्वारा की जा रही है। विधान चंद्र की प्रतिमा को तोड़ने से पहले लेनिन, विद्यासागर, रविंद्र नाथ की प्रतिमा को तोड़ा गया है, मगर मूर्ति को तोड़ने से क्या होगा, उनकी विचारधारा को नहीं तोड़ा जा सकता है। मुख्यमंत्री ज्योति बसु और बुद्धदेव भट्टाचार्या के समय मूर्ति तोड़ने का रिवाज नहीं था।

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