सड़क के इंतजार में दम तोड़ रही है जिदगी

विकासखंड नौगांव के सपेटा कुंड एवं क्वाड़ी गांव के लोग आज भी सड़क के इंतजार में दम तोड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Jun 2020 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 24 Jun 2020 06:16 AM (IST)
सड़क के इंतजार में दम तोड़ रही है जिदगी
सड़क के इंतजार में दम तोड़ रही है जिदगी

तिलक चंद रमोला, नौगांव : विकासखंड नौगांव के सपेटा, कुंड एवं क्वाड़ी गांव के लोग आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं। ब्लॉक मुख्यालय से इन गांवों की दूरी दो किलोमीटर से लेकर छह किलोमीटर के बीच है। ऐसे में गर्भवती महिलाएं व बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाने समेत आवश्यक सामग्री को गांव तक लाना मुश्किल हो गया है।

ब्लॉक मुख्यालय नौगांव के निकट तीनों गांव में केंद्र व राज्य सरकार की तमाम योजनाओं के बाद भी यह गांव सड़क से नहीं जुड़ पाए है। तीनों गांव में परिवारों की संख्या 150 तथा कुल आबादी लगभग 800 है। गांव के सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद राणा और सोबेंद्र सिंह राणा बताते हैं। कच्चे मार्ग से बीमार लोगों या फिर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। जान जोखिम में डालकर लोग आवाजाही को मजबूर हैं। गांवों में नियमित पेयजल व्यवस्था व स्वच्छ पानी का भी अभाव है, ग्रामीणों का कहना है कि उनकी सड़क के लिए लड़ाई निरंतर जारी रहेगी। पूर्व प्रधान एवं वृद्ध सुंदर सिंह राणा भी कहते हैं कि गांव में पक्की सड़क न बनने का उन्हें भी मलाल है।

लोनिवि बड़कोट के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार गर्ग ने बताया कि नौगांव सुरी सपेटा मोटर मार्ग का जहां पहले सर्वे किया गया था वहां देवदार के पेड़ आ रहे थे। लेकिन, अब सड़क का सर्वे बदला गया है। भूमि स्थानांतरण की कार्यवाही चल रही है।

गर्भवती महिलाएं झेल रही परेशानी

सड़क मार्ग न होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को जांच व जरूरी चेकअप के लिए अस्पताल पहुंचने में आती है। आज भी इन तीनों गांव में किसी के बीमार हो जाने पर चारपाई या खाट का सहारा लेकर उसे अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। दिसंबर 2019 में गांव निवासी बचन सिंह की पत्नी बाबू देवी की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। वर्ष भगवान सिंह राणा की पुत्री मीना की भी उपचार के लिए अस्पताल लाते समय रास्ते में ही सांस थम गई थी।

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