झोपड़ी में पेड़ गिरा, मां-बेटे की दर्दनाक मौत

पुरोला स्थित जल संस्थान कालोनी के पास एक सूखा पेड़ कच्चे मकान में गिर गया। इससे मकान के ध्वस्त होने से मां व बेटा जिंदा दफन हो गए। काफी रात के बाद मलबे में दबी महिला व किशोर के शव बाहर निकाले गए।

By BhanuEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2015 09:42 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2015 05:10 PM (IST)
झोपड़ी में पेड़ गिरा, मां-बेटे की दर्दनाक मौत

उत्तरकाशी। पुरोला स्थित जल संस्थान कालोनी के पास एक सूखा पेड़ कच्चे मकान में गिर गया। इससे मकान के ध्वस्त होने से मां व बेटा जिंदा दफन हो गए। काफी रात के बाद मलबे में दबी महिला व किशोर के शव बाहर निकाले गए।
नेपाल मूल का यमशेर मोरी ब्लाक के अंतर्गत नेटवाड़ में मजदूरी करता है। कुछ समय से वह नेटवाड़ में ही रह रहा है, जबकि उसकी पत्नी, दो बेटे व एक बेटी पुरोला स्थित जल संस्थान कालोनी के पास एक झोपड़ी में रह रहे थे।
गत रात के समय यमशेर की पत्नी यशोदा (38 वर्ष) व बेटा संजय (14 वर्ष) झोपड़ी के एक कमरे में बैठे टेलीविजन देख रहे थे। उनका दूसरा बेटा व बेटी बगल में रसोई में थे। तभी अचानक मकान से सटा एक सूखा पेड़ गिर गया। इसके मकान का वो हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया, जहां यशोदा व संजय टीवी देख रहे थे। बगल का कमरा गिरते देख रसोई में यमशेर की बेटी व बेटा शोर मचाकर बाहर को भागे।
इस बीच पड़ोसियों की मदद से रात करीब दस बजे यशोदा को मलबे से बाहर निकाला गया। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। तभी सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस दौरान किसी को यह पता नहीं था कि मलबे में संजय भी दबा पड़ा है। जब वह काफी देर तक नहीं दिखा तो उसकी भी तलाश मलबे में की गई। आधी रात बाद एक बजे उसका शव मलबे से निकाला गया।


उत्तरकाशी-पुरोला जल संस्थान कालोनी के पास सुखा पेड़ गिरने से कच्चे मकान में रह रहे 36 वर्षीय महिला और 16 वर्षीय बच्चे की मौत । घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और स्थानिय लोगो ने दोनों को रेस्क़ुयु करके बाहर निकाला पर अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ा ।

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