प्रसव के बाद महिला की मौत, सीएचसी की अव्यवस्थाओं पर बिफरे ग्रामीण

सीएचसी नौगांव में प्रसव के बाद हुई महिला की मौत के मामले में बुधवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने सीएचसी परिसर में धरना प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 10:26 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 06:15 AM (IST)
प्रसव के बाद महिला की मौत, सीएचसी की अव्यवस्थाओं पर बिफरे ग्रामीण
प्रसव के बाद महिला की मौत, सीएचसी की अव्यवस्थाओं पर बिफरे ग्रामीण

संवाद सूत्र, नौगांव: सीएचसी नौगांव में प्रसव के बाद हुई महिला की मौत के मामले में बुधवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने सीएचसी परिसर में धरना प्रदर्शन किया। जनप्रतिनिधियों का कहना था कि यमुना घाटी का मुख्य चिकित्सालय होने के बावजूद यहां सुविधाओं का अभाव है। वहीं उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने मौके पर जाकर जनप्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि जल्द ही सीएचसी नौगांव की व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा।

बुधवार को सीएचसी नौगांव पहुंचे जिला पंचायत सदस्य आनंद राणा के साथ पवन पंवार और उनके स्वजनों ने सीएचसी की व्यवस्थाओं को लेकर धरना दिया। जिला पंचायत सदस्य आनंद राणा ने कहा कि सीएचसी में नियमित अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे हैं। ब्लड बैंक और ब्लड स्टोर की सुविधा उपलब्ध नहीं है। महत्वपूर्ण पद खाली पड़े हुए हैं। अस्पताल की एंबुलेंस को कोविड-19 में लगा दिया गया, जिससे मरीज परेशान हैं। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने कहा कि नौगांव अस्पताल में सप्ताह में दो दिन अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था की जाएगी। ब्लड बैंक की व्यवस्था के लिए जल्द ही पत्राचार किया जाएगा। साथ ही सीएम राहत कोष से सहयोग राशि दिलाई जाएगी।

यह है स्थिति

सीएचसी नौगांव में 10 पद सृजित हैं। इनमें प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक सहित पांच चिकित्सक तैनात हैं। इनमें दो चिकित्सक पीजी के लिए जाने वाले हैं, जबकि एक चिकित्सक को उत्तरकाशी अटैच किया गया है। सीएचसी नौगांव की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. निधि रावत ही गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी आदि कराती हैं। इसके अलावा अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है। इनमें रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट, सर्जन, एनस्थीसिस्ट सहित महत्वपूर्ण पद खाली हैं।

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