गंगा सप्तमी पर गंगोत्री में मां गंगा के शृंगार दर्शन

गंगोत्री धाम और गंगा के शीतकालीन पड़ाव मुखवा में गंगा सप्तमी (गंगा जन्मोत्सव) की धूम रही। इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना के बाद मां गंगा की प्राचीन मूर्ति शृंगार किया गया।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 23 Apr 2018 09:09 AM (IST) Updated:Mon, 23 Apr 2018 09:19 PM (IST)
गंगा सप्तमी पर गंगोत्री में मां गंगा के शृंगार दर्शन
गंगा सप्तमी पर गंगोत्री में मां गंगा के शृंगार दर्शन

उत्तरकाशी, [जेएनएन]: गंगोत्री धाम और गंगा के शीतकालीन पड़ाव मुखवा में गंगा सप्तमी (गंगा जन्मोत्सव) की धूम रही। इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना के बाद मां गंगा की प्राचीन मूर्ति शृंगार किया गया। अब कपाट बंद होने तक देश-दुनिया के श्रद्धालु मां गंगा के शृंगार (उत्सव मूर्ति) दर्शन ही करेंगे। उधर, हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर ज्वालापुर के पुरोहित पंचायती धड़ा फिराहेडियान की ओर से मां गंगा का दूध, दही, घी व शहद से अभिषेक किया गया। श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर पुण्य की डुबकी भी लगाई। जबकि, शांतिकुंज परिवार की ओर से गंगोत्री से लेकर हरिद्वार तक गंगा घाटों पर सफाई अभियान चलाया गया।

अक्षय तृतीय पर गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के चार दिन बाद हर साल गंगा सप्तमी उत्सव मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता है कि इसी दिन मां गंगा का जन्म हुआ था। रविवार को गंगा सप्तमी पर सुबह से ही गंगोत्री धाम और मुखवा स्थित मार्कंडेय मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी। 

गंगोत्री में मां गंगा की मूर्ति के महाभिषेक के बाद उसका भव्य शृंगार किया गया। फिर मंदिर में गंगा लहरी और गंगा सहस्त्रनाम पाठ हुआ और भक्तों ने मां गंगा के शृंगार दर्शन किए। गंगोत्री मंदिर के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि सुबह 8.43 बजे मां गंगा की भोग मूर्ति को आभूषण पहनाए गए। अब कपाट बंद होने तक श्रद्धालु गंगोत्री में इस उत्सव मूर्ति के ही दर्शन करेंगे। 

इधर, गंगा के मायके मुखवा गांव से समेश्वर देवता की डोली के साथ मार्कंडेय मंदिर तक कलश यात्रा निकाली गई। इसके बाद मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना हुई। इस मौके पर गंगोत्री व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतेंद्र सेमवाल, पंडित अशोक सेमवाल, राजेश सेमवाल, रजनीकांत सेमवाल आदि मौजूद थे।

उधर, हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी पर ज्वालापुर के पुरोहित पंचायती धड़ा फिराहेडियान की ओर से भव्य गंगा पूजन किया गया। पीढ़ियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार इस अनुष्ठान में पुरोहित समाज के लोग परिवार के साथ भाग लेते हैं। इसके अलावा देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई। जबकि,  पुरोहित समाज ने कुशावर्त घाट से होते हुए हरकी पैड़ी तक मां गंगा की पालकी यात्रा निकाली। मोती बाजार व्यापार मंडल ने भी मां गंगा की शोभायात्रा निकाली।

यह भी पढ़ें: केदारनाथ में यात्रा व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटा प्रशासन

यह भी पढ़ें: कपाट खुलने के दिन केदारनाथ आएंगे पीएम मोदी

यह भी पढ़ें: अब केदारपुरी में बनेगा अत्याधुनिक सुविधाओं वाला तीसरा हेलीपैड

chat bot
आपका साथी