चामकोट गांव को बनाया कंटेनमेट जोन

जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से आठ किलोमीटर दूर चामकोट गांव में कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 11:12 PM (IST) Updated:Mon, 26 Apr 2021 11:12 PM (IST)
चामकोट गांव को बनाया कंटेनमेट जोन
चामकोट गांव को बनाया कंटेनमेट जोन

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से आठ किलोमीटर दूर चामकोट गांव में 28 वर्षीय युवक की मौत हो गई। युवक को पिछले पांच दिनों से बुखार आ रहा था। रविवार रात युवक की तबीयत अधिक खराब हुई और सांस लेने में परेशानी हुई जब तक स्वजन कुछ कर पाते तब तक युवक ने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम चामकोट गांव में पहुंची, जहां बुखार से पीड़ित सात ग्रामीण कोरोना संक्रमित मिले। प्रशासन ने गांव को कंटेनमेंट जोन बना दिया है।

दरअसल, सीमांत जनपद में आमजन कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं। बाजार से लेकर शादी-पार्टियों में भारी भीड़ जुट रही है। इसके कारण कोरोना संक्रमण गांवों तक पहुंच रहा है। ग्रामीणों में लक्षण आने के बावजूद ग्रामीण जांच कराने और क्वारंटाइन होने से बच रहे हैं। चामकोट गांव में रविवार को जो घटना हुई है, वह ग्रामीणों की लापरवाही के कारण हुई। शादियों में फोटोग्राफी करने वाले 28 वर्षीय युवक को बीते पांच दिनों से बुखार था और कोरोना के लक्षण थे। इसके बावजूद स्वजन उसे अस्पताल नहीं लेकर गए और स्थानीय मेडिकल स्टोर से दवा लेकर उपचार करते रहे। रविवार रात युवक की मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया। प्रधान ने स्वास्थ्य और प्रशासन की टीम को फोन किया। सोमवार को जब स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची तो मृतक युवक के स्वजनों की एंटीजन जांच की, जिसमें तीन सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले। इनके अलावा गांव में चार और ग्रामीणों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। जिला कोविड नोडल अधिकारी डॉ. विपुल विश्वास ने बताया कि चामकोट में सात की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। अन्य ग्रामीणों के आरटीपीसीआर सैंपल भी लिए गए हैं। साथ ही गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।

chat bot
आपका साथी