किसानों को बिचौलियों से बचाने के गुर सिखाए
पुरोला : प्रभागीय व एकीकृत आजीविका परियोजना की ओर से रवांई घाटी के विभिन्न समूहों से जुड़े नगदी फसलो
पुरोला : प्रभागीय व एकीकृत आजीविका परियोजना की ओर से रवांई घाटी के विभिन्न समूहों से जुड़े नगदी फसलों के काश्तकारों व उत्पादकों को कार्यशाला में उपज के प्रबंधन के गुर बताए गए। कार्यशाला में पुरोला, मोरी व कंताड़ी से 32 समूहों के काश्तकारों ने शिरकत की।
पुरोला में आयोजित कार्यशाला में किसानों को परियोजना प्रबंधक बीके भट्ट ने परियोजना के उद्देश्यों कीं जानकारी दी। वहीं फल सब्जी विशेषज्ञ डॉ.एनपी सिंह ने सब्जी की खेती की जानकारी देते उत्पादन बढ़ाने, सब्जियों पर लगने वाले रोगों की रोकथाम सहित उत्तम किस्म के बीजों का उपयोग करने की सलाह दी। किसानों को बिचौलियों के चंगुल में न फंस कर अपने उत्पादन को स्वयं विपणन करने के गुर भी बताए गए। विपणन विशेषज्ञ मनोज रावत ने भी समूह सदस्य को अधिक उत्पादन होने पर बाजार में सब्जियों व फलों के दामों में गिरावट के समय परियोजना के सहयोग से संग्रहण केंद्र स्थापना करने का सुझाव दिया ताकि बाजार में उछाल आते ही किसानों को अच्छा मूल्य मिले।