भोले बाबा के जयकारों से खूब थिरके कांवड़ियों के कदम

नाथ नगरी में बम-बम भोले के जयकारे शिवालयों में गूंजे

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 12:03 AM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 06:14 AM (IST)
भोले बाबा के जयकारों से खूब थिरके कांवड़ियों के कदम
भोले बाबा के जयकारों से खूब थिरके कांवड़ियों के कदम

जागरण संवाददाता, काशीपुर : नाथ नगरी में बम-बम भोले के जयकारे शिवालयों में गूंजे। शिवभक्ति में अलमस्त होकर कांवड़िये निकलते रहे और उपासना में तल्लीन दिखे। गीत-संगीत की धुन के बीच भोले के गीतों पर हर कोई झूमता रहा। देर शाम तक जगह-जगह बने पंडाल में कांवड़ियों ने आराम किया।

काशीपुर में महाशिवरात्रि के त्योहार के एक दिन पहले कांवड़ियों ने धूम मचाई। एक से बढ़कर एक गीतों ने माहौल को शिवमय कर दिया। गुरुवार की सुबह चार बजे से घंटे-घड़ियाल बजने लगे। जगह-जगह मंदिरों में भंडारों का आयोजन किया गया। लोगों ने पूरी श्रद्वा के साथ कावंड़ियों का स्वागत सत्कार किया। जिन जगहों से भी कांवड़िये होकर गुजरते उनका स्वागत कर फल वितरित किए जाते।

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मन्नतों के लिए दी कसौटी की परख

गुरुवार को कांवड़ ले जाते भक्तों का काशीपुर में एक अलग नजारा देखने को मिला। प्राचीन शिवालय होने के चलते अधिकतर लोग यहां पर पूजन-अर्चन करते हैं। यहां की मान्यता भी अधिक है तो कई भक्तों ने अपनी श्रद्वा की कसौटी से ईश्वर से मन्नते मांगी। पुलवामा की पुण्यतिथि के दिन बाजपुर से निकले शिवभक्तों ने अपनी टोली का नाम ही शिव की आर्मी कांवड़ रखा लिया। जिसमें सभी कांवड़ियों ने आर्मी की वर्दी के वेश में थे।

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मोटेश्वर में लगा कावड़ियों का मेला

कई एकड़ में फैला महामोटेश्वर धाम में शिवभक्तों का तांता लगा रहा। कांवड़ियों ने यहां शिव की शरण ली और संकल्पित भाव से सिर नवाया। सुबह करीब चार बजे उठकर आज वह जिस संघर्ष से यहां तक पहुंचे हैं उनका प्रण पूरा होगा। खास बात यह है कि इस बीच मंदिर के चारों ओर एक विशाल मेला लगाया गया। जिसमें जश्न का माहौल था।

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