चीनी उत्पाद को तवज्जो नहीं दे रहे लोग

बाजपुर में दीपावली त्योहार इस बार कुछ खास होने जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Nov 2020 12:14 AM (IST) Updated:Thu, 12 Nov 2020 12:14 AM (IST)
चीनी उत्पाद को तवज्जो नहीं दे रहे लोग
चीनी उत्पाद को तवज्जो नहीं दे रहे लोग

संवाद सहयोगी, बाजपुर : दीपावली त्योहार इस बार कुछ खास होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वोकल पर लोकल अपील का नगर में खासा असर दिख रहा है। अधिकांश दुकानदार यहां मिट्टी के दीयों, भारतीय झालरों, पटाखों व भारत में निर्माण कर रहीं विश्वव्यापी कंपनियों के उत्पादों की बिक्री कर रहे हैं।

बाजार धनतेरस के लिए पूरी तरह तैयार है। दुकानों में झालरों, लाइटों और दीयों के साथ ही बर्तन, सजावट आदि सामान की भरमार है। बैटरी चालित एलईडी कैंडल, एसएमडी स्ट्रिप लाइट, इलेक्ट्रिक लैनटर्न, एलईडी पाइप और देसी पट्टे पर बनी पाईप लाइट की खूब डिमांड है। शहर के प्रतिष्ठित कारोबारी संजीव बंसल उर्फ टिन्ना ने बताया कि चाइनीज झालरों का बहिष्कार कर कारोबारी लोकल को तवज्जो दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष तक 90 फीसद बाजार पर चाइना के उत्पादों का कब्जा था। जबकि इस बार भारतीय उत्पादों की मांग है। व्यापारियों का मानना है कि इस बार दीपावली पर्व पर शहर में 15 से 20 लाख की लाइट्स व झालरों की बिक्री हो सकती है। मुख्यमार्ग के साथ ही रामराज व बेरिया रोड इन उत्पादों से पटे हुए हैं।

बाजार में इस साल सजावट का सबसे महंगा आइटम एलईडी पाइप है, जो थोक में 50 रुपये और खुदरा में 60 रुपये मीटर के हिसाब से बिक रहा है। व्यापारी पंकज चानना ने बताया कि भारतीय बेस मैटेरियल से बने पॉट के साथ ही रेडीमेड फूलों की भी विशेष मांग है। अब तक उम्मीद से अधिक माल वह बेच चुके हैं। इंसैट::

टिकाऊ है देसी उत्पाद

लाइट्स व झालरों की सभी रेंज मार्केट में आ चुकी हैं, लेकिन इस बार डिमांड कुछ कम दिख रही है। कुछ नए आइटम की मांग बढ़ी है। लोग देसी उत्पाद पसंद कर रहे हैं। बहुत से दुकानदारों के पास पुराने चीनी झालर बचे हुए हैं, जिसकी बिक्री करना उनकी मजबूरी है। चीन और देसी प्रोडक्ट में 20 फीसद का अंतर है, लेकिन भारतीय उत्पाद टिकाऊ हैं।

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