दिव्यांगता हारी, जीती हिम्मत

नगर निगम चुनाव के दौरान दिव्यांग मतदाताओं में भी खूब उत्साह दिखा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 12:20 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 12:20 AM (IST)
दिव्यांगता हारी, जीती हिम्मत
दिव्यांगता हारी, जीती हिम्मत

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : नगर निगम चुनाव के दौरान दिव्यांग मतदाताओं में भी खूब उत्साह दिखा। लोकतंत्र के इस पर्व पर हर वर्ग ने उत्साह व विश्वास के साथ भागीदारी की। मतदाता अशक्त होने के बाद भी वोट देने के लिए बूथ तक पहुंचे। इस दौरान कई लोग ई-रिक्शा तो कई ट्राइसाइकिल से ही मतदान स्थल तक पहु्चे। केस 1. संजय नगर मतदान केंद्र पर हरीश कुमार (65) ई-रिक्शा से मतदान केंद्र पर पहुंचे। उनके बेटे ने बताया कि वह चल फिर नहीं सकते हैं। इस कारण उन्हें उठाकर मतदान कक्ष तक ले जाया गया। मतदान के बाद वह फिर से ई-रिक्शा से घर को रवाना हुए। केस 2. मुरादन (70) पत्नी अब्दुल मनीद निवासी आवास विकास अपने बेटे के साथ साइकिल से मतदान केंद्र पहुंची। आवास-विकास क्षेत्र में कांपते हाथों से उन्होंने मतदान पर्ची पर मुहर लगाई और फिर बेटे के साथ वापस हो गई। उनका उत्साह देख लोग प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। केस 3. वार्ड नंबर छह से मतदाता गुड्डू (26) पैर से दिव्यांग हैं। चलने-फिरने में असमर्थ होने के बाद भी वह ई-रिक्शा से मतदान केंद्र पहुंचे। पैर से विकलांग युवक बैसाखी के सहारे मतदान कक्ष तक पहुंचा। जहां मतदान कार्मिकों ने उसे प्राथमिकता से वोट देने का मौका दिया। केस 4. वार्ड संख्या 18 में पार्षद प्रत्याशी कांग्रेस की शायरा बानो दिनभर बूथ पर डटी रही। वह पैरों से दिव्यांग होने के बाद भी ह्वील चेयर के सहारे मतदान केंद्र के बाहर चुनाव पर नजर बनाए रही। केस 5. नगर निगम चुनाव के दौरान रम्पुरा की गंगा देवी (56) अपने बेटे के साथ मतदान के लिए पहुंची। पैर में फ्रैक्चर होने के कारण वह चलने में असमर्थ हैं। लेकिन मतदान के उत्साह ने उन्हें पो¨लग बूथ तक पहुंचा ही दिया।

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