बाजपुर में शिक्षा मंत्री का किसानों ने किया विरोध

बाजपुर में जनजाति प्राथमिक विद्यालय विजयरम्पुरा में पहुचे शिक्षामंत्री का किसानों ने किया घेराव।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 09:14 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 09:14 PM (IST)
बाजपुर में शिक्षा मंत्री का किसानों ने किया विरोध
बाजपुर में शिक्षा मंत्री का किसानों ने किया विरोध

संवाद सहयोगी, बाजपुर : जनजाति प्राथमिक विद्यालय विजयरम्पुरा में मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे शिक्षामंत्री अरविद पांडेय को किसानों का विरोध झेलना पड़ा। काले झंडे दिखाए गए। इस दौरान किसानों की पुलिस से तीखी नोकझोंक व धक्का-मुक्की भी हुई। गांव में अफरातफरी का माहौल रहा।

एकलव्य में चयनित हुई विद्यालय की दो छात्राओं को सम्मानित करने व एक अनाथ बच्चे की शिक्षा-दीक्षा एवं पालन-पोषण की जिम्मेदारी संभालने की घोषणा करने के लिए मंगलवार दोपहर बाद साढ़े 12 बजे शिक्षामंत्री अरविद पांडेय का विद्यालय में कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया था। मंत्री के आने की सूचना पर किसान ग्राम बांसखेड़ा के निकट बेरिया रोड से विजय रम्पुरा को जाने वाले मोड़ पर एकत्र हो गए। शिक्षामंत्री को किसान विरोधी बताते हुए अपने गांव में नहीं आने देने की बात कहने लगे। किसानों ने रोड पर ही धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। आननफानन में एसडीएम एपी वाजपेयी, एएसपी राजेश भट्ट, सीओ दीपशिखा अग्रवाल, कोतवाल संजय पांडेय, एसएसआइ जसविदर सिंह, केलाखेड़ा थानाध्यक्ष प्रभात कुमार व बेरिया दौलत चौकी प्रभारी समेत तमाम फोर्स मौके पर पहुंच गई। किसानों को समझाने का प्रयास किया मगर नहीं माने। घंटों प्रदर्शन के बाद करीब पौने तीन बजे मंत्री पांडेय दूसरे रास्ते से कार्यक्रम स्थल पहुंच गए। भनक लगते ही किसान भी करीब डेढ़ किमी दौड़ लगाने के बाद वहां पहुंच गए। किसानों को पुलिस ने विद्यालय गेट पर ही रोक लिया। ऐसे में धक्का-मुक्की होने लगी। किसानों ने मंत्री के वाहन को घेर लिया। पीएसी का एक वाहन भी सुरक्षा की दृष्टि से बुलाया गया। इधर, करीब 15 मिनट तक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद मंत्री सरकारी वाहन में बैठ कर चले गए। पुलिस ने भी छका किसानों का लंगर

सुबह 11 बजे से विरोध-प्रदर्शन में जुटे किसानों के लिए बांसखेड़ा व क्षेत्रीय गुरुद्वारा साहिब में लंगर की व्यवस्था की गई थी। दोपहर बाद छ युवा लंगर में बना भोजन लेकर किसानों के बीच पहुंच गए। किसानों के साथ ही पुलिस एवं मीडिया कर्मियों को भी भोजन ग्रहण करवाया।

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सब मेरे अपने लोग हैं। सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। इनकी भावनाओं को समझ सकता हूं। इनकी समस्या का सकारात्मक हल निकले, यही हमारी कामना है।

- अरविद पांडेय-शिक्षामंत्री

------------------ किसी को गांव में प्रवेश से रोकना कानूनन गलत तो है ही, लेकिन जो भी घटनाक्रम रहा, शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया है। इसमें किसी तरह की कोई कार्रवाई फिलहाल तो नहीं हो रही है। पूरी घटना कोतवाली के अभिलेखों में दर्ज की जा रही है।

-राजेश भट्ट, एएसपी काशीपुर

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