Baba Tarsem Singh Murder: पुलिस की 12 टीमों ने खंगाले 1500 से अधिक सीसीटीवी, लेकिन अब भी मास्टरमाइंड तक क्यों नहीं पहुंचे हाथ?

Baba Tarsem Singh Murder हत्यारों ने 28 मार्च को नानकमत्ता में डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की दिन दहाड़े हत्या कर राज्य को दहला दिया था। वहीं तरसेम सिंह हत्याकांड के मास्टरमाइंड तक पुलिस 20 दिनों बाद भी नहीं पहुंच सकी है। पुलिस ने सुल्तान व सतनाम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। फरार शूटर सर्वजीत सिंह की तलाश में पुलिस की 12 टीमें कई राज्यों में डेरा डाले हैं।

By virendra bhandari Edited By: Nirmala Bohra Publish:Wed, 17 Apr 2024 01:46 PM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2024 01:46 PM (IST)
Baba Tarsem Singh Murder: पुलिस की 12 टीमों ने खंगाले 1500 से अधिक सीसीटीवी, लेकिन अब भी मास्टरमाइंड तक क्यों नहीं पहुंचे हाथ?
Baba Tarsem Singh Murder: हत्याकांड में सात साजिशकर्ताओं को अब तक किया जा चुका है गिरफ्तार

HighLights

  • उप्र, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, बिहार, राजस्थान में डाला डेरा

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : Baba Tarsem Singh Murder: डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह हत्याकांड के मास्टरमाइंड तक पुलिस 20 दिनों बाद भी नहीं पहुंच सकी है। हत्या क्यों और किस मकसद से की गई, इसका पता पुलिस-प्रशासन अब तक नहीं लगा सका है।

शूटर अमरजीत सिंह का एनकाउंटर और सात षड्यंत्रकारियों की गिरफ्तारी के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं। आखिर उन सातों षड्यंत्रकारियों का आका कौन है? क्या उनसे पूछताछ में मास्टरमाइंड तक पहुंचने वाली कोई कड़ी नहीं जुड़ पा रही है। उन्होंने किसके कहने पर हत्याकांड की साजिश रची? जैसे सवाल अब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

शूटरों पर एक-एक लाख का इनाम

हत्यारों ने 28 मार्च को नानकमत्ता में डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की दिन दहाड़े हत्या कर राज्य को दहला दिया था। पुलिस ने हत्यारोपित शूटर सर्वजीत सिंह और अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू के साथ ही अनूप सिंह, प्रीतम सिंह संधू, हरवंश सिंह चुघ, फतेहजीत सिंह खालसा पर मुकदमा दर्ज किया था।

साथ ही शूटरों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित किया। हत्या का षड्यंत्र रचने और शूटरों को राइफल उपलब्ध कराने वाले दिलबाग सिंह, अमनदीप सिंह उर्फ काला, हरमिंदर उर्फ पिंदी, बलकार सिंह, परगट सिंह, जसपाल सिंह भट्टी उर्फ मिंटू व सुखदेव सिंह उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है।

एक शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू को हरिद्वार में एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। पुलिस ने षड्यंत्र में शामिल सुल्तान सिंह व सतनाम सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। जबकि फरार शूटर सर्वजीत सिंह की तलाश में पुलिस की 12 टीमें कई राज्यों में डेरा डाले हैं।

कौन देगा इन सवालों का जवाब?

डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह ही हत्या क्यों और किस मनसा से की गई? हत्याकांड का मास्टरमाइंड कौन है? मुख्य साजिशकर्ता तक क्यों नहीं पहुंच पा रही पुलिस? गिरफ्तार षड्यंत्रकारियों ने अब तक क्या बताया? किसके कहने पर रची थी साजिश? अमरजीत सिंह के इंकाउंटर के बाद डीजीपी ने किया था किसी बड़े नाम की ओर इशारा है, कौन है वो बड़ा आदमी? डीजीपी के मुताबिक पंजाब के गिरोह का भी हो सकता है हाथ? पर किस वजह से? डीजीपी ने कहा था, धर्म की आड़ लेकर किसी साजिश को अंजाम देना था मकसद, पर क्या रहा होगा मकसद?

पंजाब में लंबे समय से ड्रग्स माफिया, कबूतरबाजी करने वाले लोग और वित्तीय अपराध से जुड़े लोगों के गिरोह चल रहे हैं। इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि उनकी हत्या इनमें से किसी गिरोह का काम हो। हालांकि, अभी पुलिस की जांच पूरी नहीं हुई है।

जांच पूरी होने के बाद ही डीजीपी ने कुछ ठोस जानकारी देने की बात कही। उन्होंने कहा कि तमाम ऐसे पहलू हैं जिन पर पुलिस काम कर रही है जल्द ही बड़ा खुलासा किया जाएगा।

शूटर सर्वजीत की आखिरी लोकेशन तिलहर रेलवे स्टेशन

पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्या के बाद दोनों शूटर पीलीभीत के रास्ते शाहजहांपुर पहुंचे थे, जहां से दोनों अलग हो गए थे। इस दौरान 1500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद पुलिस को उसकी आखिरी लोकेशन शाहजहांपुर तिलहर रेलवे स्टेशन में मिली है, जहां से वह गायब है। एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि शूटर सर्वजीत सिंह की तलाश में पुलिस टीम लगी है। पंजाब, उत्तरप्रदेश, दिल्ली और हरियाणा समेत अन्य राज्यों में भी उसकी तलाश की जा रही है।

सुल्तान व दिलबाग सिंह को दो दिन की रिमांड पर

डेरा कार सेवा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या का षड्यंत्र रचने वाले मुख्य आरोपित तक पहुंचने के लिए पुलिस ने गिरफ्तार दो षड्यंत्रकारी सुल्तान सिंह और दिलबाग सिंह को दो दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर ले लिया है। माना जा रहा है कि दो दिन तक पूछताछ के बाद पुलिस को हत्या से जुड़े कई साक्ष्य मिल सकते हैं। जिसके बाद पुलिस हत्या करवाने वाले मुख्य आरोपित तक पहुंच सकती है।

सीओ सितारगंज बीएस चौहान ने बताया कि जेल भेजे गए 9 षड्यंत्रकारी और मददकारों में से दो षड्यंत्रकारी सुल्तान सिंह और दिलबाग सिंह को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में आवेदन किया था। जिसके बाद मंगलवार को दोनों की दो दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिल गई है।

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