स्मार्ट फोन से लैस होंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : रजिस्टर में लेखा-जोखा से चार जिलों की आंगनबाड़ी को मुक्ति मिलने

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 07:09 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 07:09 PM (IST)
स्मार्ट फोन से लैस होंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
स्मार्ट फोन से लैस होंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : रजिस्टर में लेखा-जोखा से चार जिलों की आंगनबाड़ी को मुक्ति मिलने वाली है। राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत इन आंगनबाड़ियों को स्मार्ट फोन से लैस किया जा रहा है। नेट के माध्यम से ये बच्चों को खाना खिलाते समय सेल्फी लेकर निदेशालय को भेजेंगी। इसके साथ ही होम विजिट की तस्वीरें भी निदेशालय को तत्काल भेजी जाएंगी। स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा सत्र की फोटो भी निदेशालय के ग्रुप में भेजनी होंगी। नई व्यवस्था से योजनाओं में पारदर्शिता की संभावना बनी रहेगी।

राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत प्रदेश में चार जिलों का प्रथम चरण में चयन किया गया है। इनमें ऊधम¨सहनगर के अलावा हरिद्वार, चमोली और उत्तरकाशी शामिल हैं। इन जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जल्द स्मार्ट फोन दिए जाएंगे। योजनाओं में पारदर्शिता के चलते सरकार ने यह कदम उठाया है। ऊधम¨सहनगर की बात करें तो यहां 2387 आंगनबाड़ी संचालित हैं। इन सभी में कार्यकर्ताओं को उन 13 रजिस्टरों से मुक्ति मिल जाएगी, जिसमें वे आंगनबाड़ी का लेखा-जोखा रखती थी। इन फोन में कैश साफ्टवेयर इनबिल्ड होगा, जिससे वे निदेशालय को फोटो शेयर करेंगी। आंगनबाड़ी में बच्चों की संख्या भी फोटो के जरिये दिखानी होगी।

यहां बता दें कि नीति आयोग ने भी इस दिशा में सुझाव दिए हैं। अब स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। इनके फोटो भी साफ्टवेयर में शेयर करने होंगे। इसके साथ ही होम विजिट के दौरान भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को फोटो कैश साफ्टवेयर पर भेजने होंगे। जल्द इसके लिए मास्टर ट्रेनर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ट्रे¨नग देंगे। प्रथम चरण में ऊधम¨सहनगर के साथ ही हरिद्वार, चमोली और उत्तरकाशी का चयन किया गया है। दूसरे चरण में नैनीताल, अल्मोड़ा, टिहरी और रुद्रप्रयाग जिलों को शामिल किया जाएगा। वर्जन-------- आंगनबाड़ी को स्मार्ट फोन मिलने से योजनाओं में पारदर्शिता आएगी। इसके साथ ही रजिस्टरों से भी कार्यकर्ताओं को मुक्ति मिल जाएगी। राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत सरकार ने यह निर्णय लिया है।

-अखिलेश मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, ऊधम¨सहनगर

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