दिवाली पर फुस्स निकले सफाई के दावे

रुद्रपुर : पटाखों के धमाकों में नगर निगम के शहर को साफ रखने के दावे फुस्स हो गए। जमकर आतिशबाजी के चल

By Edited By: Publish:Sat, 25 Oct 2014 12:15 AM (IST) Updated:Sat, 25 Oct 2014 12:15 AM (IST)
दिवाली पर फुस्स निकले सफाई के दावे

रुद्रपुर : पटाखों के धमाकों में नगर निगम के शहर को साफ रखने के दावे फुस्स हो गए। जमकर आतिशबाजी के चलते करीब 15 टन अतिरिक्त कूड़ा बढ़ गया। हर मोहल्ले में गंदगी के ढेर लगे रहे, मगर स्वच्छता अभियान मुहिम की वकालत करने वाले न तो स्वयंसेवी संगठन दिखाई दिए और न ही नगर निगम।

शहर में रोजाना पॉलीथिन, सड़े गले फलों-सब्जियों आदि के 80 टन कूड़ा निकलता है। इसमें 15 टन कूड़ा ऐसे हैं, जिन्हें निगम प्रशासन एकत्र नहीं कर पाता है। शहर के विभिन्न चौराहों, सड़कों के किनारे, आवास विकास, मॉडल, आदर्श, इंदिरा,बंगाली, मलिक, सिंह, खेड़ा, संजय नगर आदि कालोनियों के खाली प्लाटों व सड़कों के किनारे कूड़ेदानों के बाहर लोग कूड़े को फेंक देते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो अक्टूबर को गली, मोहल्ला, शहर, जिला व देश को खूबसूरत बनाने के लिए स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत अभियान चलाया और इस मुहिम की सराहना की गई। कुछ दिन पहले जब मोदी ने इस अभियान की समीक्षा की तो वह संतुष्ट नहीं दिखे और इसे और गंभीरता से लेने के लिए एक-दो दिन बाद पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे। खास बात यह है कि लोग क्लीन सिटी, क्लीन इंडिया देखना चाहते हैं और कई सामाजिक संगठनों ने सफाई कर इस अभियान की मुहिम में हाथ बंटाया। मगर दिवाली के दिन शहरवासी स्वच्छता को भूल गए। लोग खुशी में इतनी आतिशबाजी की कि शहर के हर मोहल्ले में गंदगी के ढेर लग गए हैं। हैरानी यह है कि पर्यावरण सुरक्षा की बात करने वाले शिक्षित व जागरूक लोगों के सामने उनके बच्चे आतिशबाजी कर रहे थे, मगर वे पटाखे फोड़ने से बच्चों को नहीं रोक सकें। इससे करीब 15 टन और कूड़ा बढ़ गया है। कूड़ों के ढेर से लोग गुजरने को विवश है, मगर गंदगी की सफाई के लिए न तो सामाजिक संगठन दिखे न ही निगम प्रशासन। मोहल्लों में पड़े गंदगी से संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका बनी रहती है, इसके बावजूद निगम प्रशासन आंखें बंद कर रखा है और इसे जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है।

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निगम को अतिरिक्त सफाई कर्मियों से दिवाली के बाद सफाई कराने को कहा है। हालांकि अधिकतम 50 सफाई कर्मी रखे जा सकते हैं। यदि सफाई नहीं हुई तो निगम से पूछा जाएगा।

-- तीरथ पाल सिंह, मुख्य नगर अधिकारी, रुद्रपुर

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