New Year 2024: नए साल के लिए तैयार उत्तराखंड, टिहरी झील किनारे सभी हट्स हुए बुक; इतना है एक रात का किराया

New Year 2024 नए साल के जश्न के लिए उत्तराखंड तैयार हो गया है। टिहरी झील किनारे तिवाड़ गांव व आस-पास के क्षेत्र में बने सभी हट्स नए साल के जश्न के लिए बुक हो चुके हैं। ग्रामीण नए साल के जश्न को पहाड़ी कल्चर के रूप में मनाएंगे इसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई है। कारोबारियों से लेकर ग्रामीणों में उत्साह है।

By Anurag uniyal Edited By: Swati Singh Publish:Thu, 28 Dec 2023 03:52 PM (IST) Updated:Thu, 28 Dec 2023 04:15 PM (IST)
New Year 2024: नए साल के लिए तैयार उत्तराखंड, टिहरी झील किनारे सभी हट्स हुए बुक; इतना है एक रात का किराया
नए साल के तैयार उत्तराखंड, टिहरी झील किनारे सभी हट्स हुए बुक

संवाद सहयोगी, नई टिहरी। टिहरी झील किनारे तिवाड़ गांव व आस-पास के क्षेत्र में बने सभी हट्स नए साल के जश्न के लिए बुक हो चुके हैं जबकि आधा होम स्टे भी पर्यटकों ने बुक करवा लिए हैं। नए साल को लेकर क्षेत्रवासियों में भी उत्साह बना हुआ है।

ग्रामीण नए साल के जश्न को पहाड़ी कल्चर के रूप में मनाएंगे इसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई है। टिहरी झील के पास तिवाड़ गांव से उप्पू जाखचौरा तक स्थानीय निवासियों के 22 हट्स हैं। सभी हट्स नए साल के लिए पहले ही बुक हो चुके हैं जबकि 37 होम स्टे में से भी आधा होम स्टे भी बुक हो चुके हैं।

इतना है एक रात का किराया

एक हट की एक रात का किराया 15 सौ से तीन हजार रुपये तक है जबकि होम स्टे की कीमत एक हजार रुपये तक है। नए साल मनाने के लिए जिस तरह से पर्यटक यहां पहुंच रहे है उससे हट्स व होम स्टे संचालकों के चेहरों पर खुशी है। इस बार नए साल के जश्न को यहां पर पहाड़ी संस्कृति के रूप में मनाया जाएगा।

स्थानीय लोग करेंगे नृत्य

पर्यटक व स्थानीय निवासी ढोल-नगाड़ों के साथ नृत्य करेंगे। इसके अलावा पर्यटकों को गढ़वाली व्यंजन परोसे जाएंगे जिसमें कापली, उड़द की दाल के पकोड़े, झंगोरा की खीर फाणों आदि पर्यटकों को परोसा जाएगा। हट्स व होम स्टे संचालक इसकी तैयारी में जुटे हैं।

होम स्टे और हट्स हुए बुक

हट्स संचालन कुलदीप पंवार व संजय सिंह का कहना है कि सभी हट्स नए साल के लिए बुक हो चुके हैं वहीं होम स्टे भी आधा से ज्यादा बुक हो गए हैं। पर्यटक यहां पर नए साल के जश्न के साथ ही झील में बोटिंग का लुत्फ भी उठा सकेंगे। झील पास होने के कारण इस क्षेत्र में लोगों ने हट्स व हो स्टे बनाने शुरू किए जो आज उनके लिए रोजगार का जरिया बना है। उन्होंने बताया कि नए साल पर ढोल-नगाड़ों के साथ मंडाण व लोक गीतों का भी आयोजन होगा।

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