बूढ़ाकेदार बग्वाल की तैयारियों पर हुई चर्चा

जिले के पौराणिक व ऐतिहासिक बूढ़ाकेदार बग्वाल व मेले को लेकर आयोजित मेला समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। साथ ही मेले की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। मेले में हिस्सा लेने के लिए गांव से बाहर रहने वाले ग्रामीण गांव पहुंचने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Nov 2019 06:28 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 06:19 AM (IST)
बूढ़ाकेदार बग्वाल की तैयारियों पर हुई चर्चा
बूढ़ाकेदार बग्वाल की तैयारियों पर हुई चर्चा

संवाद सहयोगी, नई टिहरी: जिले के पौराणिक व ऐतिहासिक बूढ़ाकेदार बग्वाल व मेले को लेकर आयोजित मेला समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। साथ ही मेले की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। मेले में हिस्सा लेने के लिए गांव से बाहर रहने वाले ग्रामीण गांव पहुंचने लगे हैं।

27 नवंबर को मेले के पहले दिन गुरु कैलापीर देवता के साथ ग्रामीण खेतों में दौड़ लगाएंगे। देवता के निशान के साथ दौड़ आकर्षण का केंद्र रहेगी। इस दौड़ में शामिल होने के लिए क्षेत्र के अलावा बाहर से भी बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। बैठक में बताया गया कि मेला मूल स्वरूप व संस्कृति के तहत 25 व 26 को दिवाली खेली जाएगी। बड़ी दिवाली 26 नवंबर को होगी। इस दिन ग्रामीण पुंडारा सेरा में ढोल-दमाऊ के साथ एकत्र होकर भैलों के साथ दिवाली मनाएंगे। 27 नवंबर को मेले के पहले दिन क्षेत्र के ईष्टदेव कैलापीर देवता मंदिर से बाहर आकर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देंगे। इसके बाद पुंडारा नामे सेरा में ग्रामीण देवता के साथ दौड़ लगाएंगे। मेले में विधायक घनसाली शक्तिलाल शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, प्रमुख बसुमति घणाता अतिथि के रूप में उपिस्थत रहेंगे। समापन समारोह 29 नवंबर को लोक गायक धूम सिंह रावत अपनी प्रस्तुति देंगे। बैठक में मेला समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र नेगी, मंत्री धीरेंद्र नौटियाल, रामानुज बहुगुणा, सुशील सेमवाल, क्षेपं सदस्य मुकेश नाथ, प्रधान सनोप राणा, महेश रमोला, प्रकाश राणा, कुश सेमवाल आदि मौजूद थे।

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