टिहरी में शुरू हुआ एतिहासिक मेला, देवता के निशान के साथ ग्रामीणों की दौड़ रही आकर्षण का केंद्र

एतिहासिक गुरु कैलापीर देवता के मेले में खेतों में देवता के निशान के साथ ग्रामीणों की दौड़ आकर्षण का केंद्र रही।

By Edited By: Publish:Wed, 27 Nov 2019 04:55 PM (IST) Updated:Wed, 27 Nov 2019 08:55 PM (IST)
टिहरी में शुरू हुआ एतिहासिक मेला, देवता के निशान के साथ ग्रामीणों की दौड़ रही आकर्षण का केंद्र
टिहरी में शुरू हुआ एतिहासिक मेला, देवता के निशान के साथ ग्रामीणों की दौड़ रही आकर्षण का केंद्र

नई टिहरी, जेएनएन। बूढ़ाकेदार के एतिहासिक गुरु कैलापीर देवता के मेले में खेतों में देवता के निशान के साथ ग्रामीणों की दौड़ आकर्षण का केंद्र रही। दूरदराज क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में ग्रामीण दौड़ में शामिल होने यहां पहुंचे। दौड़ देखने के लिए घरों और दुकानों की छतों के साथ खेतों के आस-पास भी बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। दौड़ समाप्त होने के बाद देवता ने सबको आशीर्वाद दिया।

बुधवार सुबह सबसे पहले देवता को स्नान कराया गया। इसके बाद दोपहर करीब एक बजे ग्रामीण ढोल-नगाड़े के साथ मंदिर परिसर पहुंचे और देवता को बाहर आने का आह्वान किया। दोपहर डेढ़ बजे देवता के निशान को मंदिर से बाहर निकाला गया।

इसके बाद सबसे आगे देवता और फिर ग्रामीण देवता के साथ पुंडारा नामे तोक के खेतों में पहुंचे। यहां पहले ढोल-नगाड़े से देवता का स्वागत किया गया और फिर खेतों में दौड़ शुरू हुई। ग्रामीणों ने दौड़ में भाग लेकर सात चक्कर दौड़ लगाई। अंतिम दौड़ में देवता के निशान पर लोगों ने पुआल चढ़ाया। दौड़ समाप्त होने के बाद देवता ने ग्रामीणों को दोबारा आशीर्वाद दिया और इसके बाद करीब चार बजे देवता के निशान ने मंदिर में प्रवेश किया।

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बताते चलें कि क्षेत्र की खुशहाली और अच्छी उपज के लिए यह दौड़ लगाई जाती है। इन खेतों को देवता का खेत माना जाता है। इस दौरान ठंड के बावजूद काफी संख्या में लोग पहुंचे। लोगों ने मेले में खूब खरीददारी भी की। देर शाम तक ग्रामीण मेले में घूमते रहे, वहीं बच्चों ने चरखी का आनंद लिया। मेले में बड़ी संख्या में बाहरी दुकानदार भी पहुंचे हैं, जिसके कारण गांव में काफी रौनक देखने को मिल रही है। इस अवसर पर मेला समिति संस्था के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, पूर्व विधायक भीमलाल आर्य, बलवीर सिंह नेगी, एसडीएम अजयवीर सिंह, अभिषेक वर्मा, चन्द्रेश, रामानुज बहुगुणा, मनमोहन रावत आदि मौजूद थे।

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