देवस्थानम बोर्ड से संबंधित बयान पर त्रिवेंद्र को कोसा

तीर्थ पुरोहित समाज केदारनाथ की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि सरकार देवस्थानम बोर्ड को शीघ्र भंग नहीं करती है तो वह एक सितंबर को जिला कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 06:30 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 11:30 PM (IST)
देवस्थानम बोर्ड से संबंधित  बयान पर त्रिवेंद्र को कोसा
देवस्थानम बोर्ड से संबंधित बयान पर त्रिवेंद्र को कोसा

संवाद सूत्र, गुप्तकाशी: तीर्थ पुरोहित समाज केदारनाथ की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि सरकार देवस्थानम बोर्ड को शीघ्र भंग नहीं करती है, तो वह एक सितंबर को जिला कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। तीर्थ पुरोहितों ने बोर्ड को लेकर दिए बयान को लेकर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को जमकर कोसा, वहीं इस मुद्दे पर पुनर्विचार को बनने वाली उच्चस्तरीय समिति में तीर्थ पुरोहितों और हककूकधारियों को शामिल करने की मांग भी उठी।

गुप्तकाशी में आयोजित बैठक में तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि प्रदेश सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को तीर्थ पुरोहित व हक हकूकधारियों को बिना विश्वास में लिए बनाया है, जिससे उनके हक को समाप्त करने का कार्य किया गया है। कहा कि प्रदेश सरकार चारों धामों को पैसे कमाने के जरिये के रूप में देख रही है, जबकि यह धाम सदियों से हिंदुओं के आराध्य व विश्वास केंद्र रहे हैं। देवस्थानम बोर्ड इतना ही उपयोगी है, तो गुरुद्वारे व मस्जिदों को बोर्ड से बाहर क्यों रखा गया है। बैठक में बदरीनाथ धाम में ईद की नमाज अदा करने पर भी रोष जताया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की ओर से देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार को गठित की जाने वाली उच्चस्तरीय समिति में तीर्थ पुरोहित व हकहकूकधारियों को भी शामिल करने की मांग उठाई गई। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार कर इसको भंग नहीं किया जाता है, तो एक सितंबर को जिला कार्यालय रुद्रप्रयाग में प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि सरकार पर देवस्थानम बोर्ड को लेकर दबाव बन सके। बैठक में तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, जिपंस गणेश तिवारी, भगवती प्रसाद, महेश शुक्ला, राजकुमार तिवारी, आनंद सेमवाल, बृजेंद्र शर्मा, भगवती बाजपेयी, धीरेंद्र शुक्ला, केशव तिवारी, पंकज शुक्ला पशुपतिनाथ, दिनेश कुमरंचली समेत कई तीर्थ पुरोहित उपस्थित थे।

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