पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट पर केदारनाथ में निर्माण शुरू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के अनुसार केदारनाथ में निर्माण कार्य शुरू हो गए। इन दिनों केदारनाथ में कड़ाके की सर्दी है। बावजूद इसके मजदूर निर्माण कार्य में जुटे हैं।

By BhanuEdited By: Publish:Thu, 23 Nov 2017 08:53 AM (IST) Updated:Thu, 23 Nov 2017 09:01 PM (IST)
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट पर केदारनाथ में निर्माण शुरू
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट पर केदारनाथ में निर्माण शुरू

रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: कड़ाके की ठंड के बीच केदारनाथ में मंदिर के ठीक सामने रास्ते के चौड़ीकरण का कार्य शुरू हुआ। लोनिवि गुप्तकाशी यह कार्य कर रहा है। केदारनाथ में इन दिनों बर्फबारी हो रही है, बावजूद मजदूर पुनर्निर्माण कार्य में जुटे हुए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत प्रशासन नई केदारपुरी को बसाने के लिए पांच योजनाओं को धरातल पर उतारने में जुटा है। वहां मंदिर से मंदाकिनी व सरस्वती नदी के संगम तक लगभग 300 मीटर लंबा और 50 फीट चौड़ा मार्ग तैयार होना है। ताकि संगम तट से मंदिर का भव्य रूप दिखाई दे। 

इन दिनों केदारपुरी में जोरदार बर्फबारी हो रही है, जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। दोपहर के वक्त भी पारा 5.0 डिग्री से ऊपर नहीं चढ़ पा रहा, जबकि रात के वक्त माइनस 4.0 डिग्री तक लुढ़क जा रहा है। बावजूद इसके पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं। 

गत 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ में पांच योजनाओं की नींव रखी थी। इन सभी को शीतकाल से पूर्व पूरा होना है। यह प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।

डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि मंदिर से ठीक आगे संगम तक बनने वाले मार्ग पर काम शुरू हो गया है। इसके अलावा रामबाड़ा से गरुड़चट्टी होते हुए केदारनाथ तक बनने वाले मार्ग का सर्वे भी पूरा कर लिया गया है। जल्द इस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। 

डीएम ने बताया कि मंदिर के सामने व पीछे बनने वाले चबूतरे और सौंदर्यीकरण का कार्य भी लोनिवि गुप्तकाशी करेगा। मंदिर के सामने बन रहे रास्ते के साथ ही यह कार्य पूरा कर दिया जाएगा। कोशिश यह है कि सीजन की भारी बर्फबारी शुरू होने से पूर्व ही ज्यादा से ज्यादा कार्य निपटा लिए जाएं।

यह भी पढ़ें: अब सिर्फ तीस मिनट में की जा सकेगी गौरीकुंड से केदारनाथ यात्रा

यह भी पढ़ें: कार्यों पर निगाह रखने को केदारपुरी में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

यह भी पढ़ें: निम को एकबार फिर मिल सकती है पुनर्निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी

chat bot
आपका साथी