पैदल यात्रा बढ़ाएगी यात्रियों के कष्ट

By Edited By: Publish:Mon, 14 Apr 2014 04:30 PM (IST) Updated:Mon, 14 Apr 2014 04:30 PM (IST)
पैदल यात्रा बढ़ाएगी यात्रियों के कष्ट

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल मार्ग बाबा के दर्शन करने वालों की कठोर परीक्षा लेगा। कई स्थानों पर अभी भी जान हथेली में रखकर आवाजाही करनी पड़ रही है। हालांकि, लोनिवि व निम (नेहरु पर्वतारोहण संस्थान)मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य जोरों पर कर रहा है, लेकिन यात्रा शुरू होने से पूर्व पैदल मार्ग दुरुस्त हो जाएगा इसकी संभावना फिलहाल कम ही नजर आ रहीं हैं। क्योंकि, 50 प्रतिशत काम अभी शेष है। वहीं, हल्की बारिश भी यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा देगी।

16 किमी लंबे केदारनाथ पैदल मार्ग पर इस बार यात्रियों की असल परीक्षा होगी। आपदा के बाद कई स्थानों पर पैदल मार्ग खतरनाक बना हुआ है। केदारनाथ की पूरी यात्रा व्यवस्थाएं इसी मार्ग पर निर्भर हैं। इसी मार्ग से केदारनाथ में आवश्यक सामग्री, राशन, दवा से लेकर अन्य सामग्री पहुंचती हैं। ऐसे में यदि मार्ग पर आवाजाही बंद हुई तो केदारपुरी में व्यवस्थाएं गड़बड़ा जाएंगी।

गौरीकुंड से रामबाड़ा तक का मार्ग की मरम्मत लोनिवि और रामबाड़ा से केदारनाथ तक के मार्ग की मरम्मत निम के जिम्मे है। रामबाड़ा से आगे मार्ग को नया बनाया गया है। केदारनाथ कपाट खुलने की तिथि आगामी चार मई को निर्धारित है। यात्रा शुरू होने में कम समय बचा हुआ है, लेकिन अभी केदारनाथ तक पैदल मार्ग से बर्फ भी नहीं हटाई जा सकी है। इससे पैदल मार्ग में घोड़े, खच्चर एवं आम यात्रियों को परेशानी होगी। कई स्थानों पर चट्टान आने से पैदल मार्ग की चौड़ाई कम है। इसे चौड़ा किया जा रहा है।

-गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी-16 किमी

-पैदल मार्ग पर डेंजर जोन

घोड़ा पड़ाव गौरीकुंड, भीमबली, भैरवचट्टी, जंगलचट्टी, छोटा लिनचोली, बड़ा लिनचोली

-पैदल मार्ग पर अभी तीस फीसदी कार्य ही पूरा

-सुरक्षा के लिहाज से सभी डेंजर जोन पर रेलिंग लगाई जानी जरूरी

जल्द केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटा दी जाएगी। तय समय पर रामबाड़ा से केदारनाथ तक पैदल मार्ग को यात्रियों के चलते लायक बना दिया जाएगा।

-अजय कोठियाल

प्रधानाचार्य निम, उत्तरकाशी

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