मुवानी घाटी में महिलाओं ने लगाए ठुलखेल

जेएनएन थल डीडीहाट धारचूला जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गौरा-महेश्वर की प्रतिमा के विसर्जन के

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Aug 2019 10:42 PM (IST) Updated:Fri, 30 Aug 2019 06:42 AM (IST)
मुवानी घाटी में महिलाओं ने लगाए ठुलखेल
मुवानी घाटी में महिलाओं ने लगाए ठुलखेल

जेएनएन, थल, डीडीहाट, धारचूला : जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गौरा-महेश्वर की प्रतिमा के विसर्जन के साथ सातूं-आठूं पर्व संपन्न हो गया है। इस मौके पर कई स्थानों पर हिलजात्रा का मंचन किया गया।

थल क्षेत्र के मुवानी घाटी में आयोजित तीन दिवसीय आठूं महोत्सव का समापन गुरू वार को हुआ। इस मौके पर हिलजात्रा का मंचन किया गया। जिसमें हिरण चित्तल मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। महिलाओं व स्थानीय लोगों द्वारा ठुलखेल व चांचरी लगाए गए। स्थानीय विद्यालयों के बच्चों ने विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। महोत्सव के दौरान पशुपालन, उद्यान विभाग, कृषि विभाग द्वारा स्टॉल लगाए गए।

इससे पूर्व महोत्सव के समापन अवसर के मुख्य अतिथि मुवानी स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. मयंक रहे। महोत्सव के सफल आयोजन में राम सिंह राठौड़, रमेश बम, पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय लाल वर्मा, हंस पाल, दीपक कार्की, जगत सिंह मेहता, मनोज चंद, अमरजीत राम, शिवराज शलौनी, मेहर सिंह, संजय भट्ट आदि ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन हंस पाल ने किया।

डीडीहाट: तहसील क्षेत्र के भैस्यूड़ी में सातूं-आठूं पर्व का समापन हुआ। इस मौके पर महाकाली, बालि-सुग्रीव युद्ध, राम, हनुमान आदि का मंचन किया गया।

धारचूला: कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग स्थित दूरस्थ पांगला गांव में सातूं-आठूं पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर गौरा-महेश्वर की आकर्षक झांकी निकालने के बाद उनका विसर्जन किया गया।

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