ग्रामीणों ने मांगा सड़क निर्माण से प्रभावित जंगल का मुआवजा

संस पिथौरागढ़ कठपतिया- दौबांस सड़क निर्माण में काटे गए 400 से अधिक पेड़ों के मुआवजे की

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 10:56 PM (IST) Updated:Mon, 20 May 2019 10:56 PM (IST)
ग्रामीणों ने मांगा सड़क निर्माण से प्रभावित जंगल का मुआवजा
ग्रामीणों ने मांगा सड़क निर्माण से प्रभावित जंगल का मुआवजा

संस, पिथौरागढ़: कठपतिया- दौबांस सड़क निर्माण में काटे गए 400 से अधिक पेड़ों के मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीण मुखर हो गए हैं। ग्रामीणों ने क्षतिपूर्ति नहीं दिए जाने पर उग्र आंदोलन छेड़ देने की चेतावनी दी है।

ग्रामीणों ने कहा है कि वर्ष 2017 में कठपतिया से दौबांस तक सड़क काटी गई थी। सड़क कटान के दौरान मैथल(धोलकांडा)का आधे से अधिक जंगल सड़क की भेंट चढ़ गया। 400 से अधिक बांज, चीड़ के पेड़ काटे गए थे। इस मामले को वन विभाग के सामने रखा गया था, वन विभाग ने काटे गए पेड़ों के बराबर जंगल विकसित करने, ग्रामीणों को मुआवजा दिए जाने का भरोसा दिया गया, लेकिन दो वर्ष बाद भी इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई है। वक्ताओं ने कहा कि जिन जंगलों को ग्रामीणों ने सैकड़ों वर्षा से बचाए रखा और उन्हें बर्बाद कर दिया गया। कई जल स्रोत सूख गए हैं। काटे गए पेड़ों के बराबर जंगल विकसित नहीं हुआ तो भविष्य में इसके दुष्परिणाम क्षेत्र के लोगों को भुगतने पड़ेंगे। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से काटे गए जंगल की क्षतिपूर्ति की मांग की। जिलाधिकारी से मिलने वालों में पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख खीमराज जोशी, जगदीश पांडेय, पदम प्रकाश, डा. प्रदीप जोशी, गोपाल पांडेय, गणेश पांडेय, शेखर पांडेय, पंकज पांडेय, गणेश जोशी आदि शामिल थे।

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