झड़ने लगा है सामारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण थल पुल का लेंटर

संवाद सूत्र, थल: वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान सीमा क्षेत्र को जोड़ने के लिए बनाया गया थ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Oct 2018 10:30 PM (IST) Updated:Mon, 29 Oct 2018 10:30 PM (IST)
झड़ने लगा है सामारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण थल पुल का लेंटर
झड़ने लगा है सामारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण थल पुल का लेंटर

संवाद सूत्र, थल: वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान सीमा क्षेत्र को जोड़ने के लिए बनाया गया थल पुल की हालत धीरे-धीरे जर्जर हो रही है। पुल में लगा लिंटेर धीरे-धीरे झड़ रहा है। एक वाहन के गुजरने पर ही पुल हिलने लगा है। कस्बे के लोग हादसे की आशंका से परेशान हैं। विभाग को सूचना दिए जाने की बाद भी पुल की हालत में सुधार के लिए कोई पहल नहीं हो रही है।

रामगंगा नदी पर बना 68.50 मीटर लंबा पुल मुनस्यारी, धारचूला, पिथौरागढ़ और बागेश्वर को आपस में जोड़ता है। 56 वर्ष पूर्व बना यह पुल क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वर्तमान में पुल की हालत बेहद खराब है। पुल की वाय¨रग, नट वोल्ट आदि में जंग लगा चुका है। पुल पर कुल पांच स्लैब पडे़ हैं। जिनके बीच तीन से चार इंच तक गैप आ गया है। स्लैब के नीचे पड़ा पुल का लेंटर भी लगातार झड़ रहा है। एक ही वाहन गुजरने पर पूरा पुल हिलने लगता है। पुल की हालत को देखते हुए पिछले दिनों लोक निर्माण विभाग ने पुल पर एक वक्त में एक ही वाहन गुजरने का चेतावनी बोर्ड लगा दिया था, लेकिन इस चेतावनी का कोई पालन नहीं हो रहा है। पुल पर दो और उसे अधिक वाहन एक बार में गुजरते रहते हैं। सेराघाट में पुल गिरने से हुए हादसे के बाद इस क्षेत्र के लोग खासे सहमे हुए हैं। क्षेत्रवासियों ने पुल की हालत सुधारे जाने की मांग की है।

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